पटना 20 नवंबर (रजनीश के झा)। माले महासचिव का. दीपंकर भट्टाचार्य ने कहा है कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 225.78 करोड़ रुपये की 'महिला संवाद' कार्यक्रम की योजना बनाई है. लेकिन उनकी सरकार महिलाओं की मांगों के प्रति घोर संवेदनहीन रही है. स्कीम आधारित योजनाओं – आशा, आंगनवाड़ी, रसोइया, जीविका आदि – कार्यकर्ताओं के मानदेय का सवाल हो या फिर एसएचजी और माइक्रोफाइनेंस कंपनियों की ऋण माफी का, सरकार ने उनके साथ मजाक ही किया है. महागठबंधन सरकार के दौरान आशा कार्यकर्ताओं के लिए बढ़े मानदेय को सरकार ने अभी तक लागू नहीं किया है और जीविका कार्यकर्ताओं को सरकार की ओर से मिलने वाली राशि को भी बन्द कर दिया गया है. प्री-पेड बिजली मीटर का विरोध लगातार जारी है. गरीबों के लिए 200 यूनिट मुफ्त बिजली की मांग को भी सरकार लगातार अनसुनी कर रही है. ऐसे में महिला संवाद के नाम पर 225.78 करोड़ रुपए खर्च करने की योजना के जरिए नीतीश कुमार अब घाव पर नमक छिड़कने निकलने की योजना बना रहे हैं.
बुधवार, 20 नवंबर 2024
पटना : नीतीश कुमार घाव पर नमक छिड़कने का काम कर रहे : दीपंकर भट्टाचार्य
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