मधुबनी : डीएम ने शनिवार को शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक में दिए कई महत्वपूर्ण निर्देश - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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रविवार, 17 नवंबर 2024

मधुबनी : डीएम ने शनिवार को शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक में दिए कई महत्वपूर्ण निर्देश

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मधुबनी (रजनीश के झा)। समीक्षा के क्रम में निदेश दिया गया कि सभी के0जी0बी0भी0 में अगली बैठक से पूर्व शतप्रतिशत बालिकाकाओं की भी उपस्थिति सुनिश्चित करायी जाय। सभी प्रखण्ड शिक्षा पदाधिकारी को निदेश दिया गया की अन्य विभाग के पदाधिकारी द्वारा निरीक्षण का लक्ष्य पूरा नहीं कर पाने की स्थिति में प्रखण्ड शिक्षा पदाधिकारी प्रखण्ड अन्तर्गत शतप्रतिशत निरीक्षण करना सुनिश्चित करे। निदेश दिये कि डी0बी0टी के अन्तर्गत पंजीकृत बालक बालिका एवं योजना का लाभ सभी योग्य बालक/बालिका को पहुँचाने का लाभ उठाने वाले बालक/बालिका के पेनडेन्सी को कम करने के लिए समीक्षा की जाय। सभी प्रखण्ड शिक्षा पदाधिकारी को सुनिश्चित करने का निदेश दिया गया कि किसी भी विद्यालय में एम0डी0एम0 लकडी के चुल्हे पर नहीं बनाया जाय। उन्होंने निर्देश दिया कि कस्तुरबा विद्यालयो में नामांकन के विरुद्ध शत प्रतिशत उपस्थित सुनिश्चित करे। जिलाधिकारी ने उपस्थित जिला शिक्षा पदाधिकारी को  निर्देश दिया कि  विद्यालयो में शतप्रतिशत छात्रों एवं शिक्षकों की उपस्थिति के साथ साथ विद्यालयो में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा पर विशेष रूप से फोकस करें।  हमारे बच्चे हमरा कल हैं। इसलिए उन्हें गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध कराना हम सभी का दायित्व है। जिलधिकारी ने निर्देश दिया कि सभी बीईओ निर्धारित लक्ष्य के अनुरूप शत प्रतिशत विद्यालयो का निरीक्षण कर प्रत्येक सप्ताह निरीक्षण रिपोर्ट ई शिक्षा कोष एप पर अपलोड करे।उन्होंने निर्देश दिया कि निरीक्षण के दौरान विद्यालय में शौचालय की स्थिति, पोशाक/ छात्रवृति, मध्यान भोजन की गुणवत्ता, पठन पाठन में गुणवत्ता सहित सभी मामलों का अनुश्रवण किया जाए। बुधवारी एवं शिक्षा विभाग के नियमित निरीक्षण में अनियमितता एवं कमी पाये जाने पर नियमानुसार कार्रवाई की जाय। निदेश दिया गया की सभी मदों में लंबित उपयोगिता प्रमाण पत्र से संबंधित विस्तृत प्रतिवेदन शामिल करते हुए प्रस्तुत किया जाए एवं उपयोगिता प्रमाण पत्र प्राप्त करने हेतु उचित सिस्टम बनाया जाय। 


जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि अधिकारियों द्वारा निरीक्षण किए जाने से के क्रम में न केवल कमियों की तलाश की जाए, बल्कि उन समस्याओं के निदान के लिए आवश्यक कदम भी उठाए जाएं। ताकि, निरीक्षण को प्रभावी बनाते हुए सकारात्मक परिणाम हासिल किया जा सकें। *उन्होंने स्पष्ट किया कि किसी भी परिस्थिति में विद्यालयों में मध्याह्न भोजन बंद नहीं रहना चाहिए।*  विद्यालय शिक्षा समिति का गठन न होना या रसोई गैस की अनुपलब्धता जैसे कारण स्वीकार नहीं किए जाएंगे।उन्होंने कहा कि शत प्रतिशत विद्यालयो में एपीजी से भोजन बनाना सुनिश्चित करे। उन्होंने जिले में ऐसे सभी विद्यालयों जिसके भवन जर्जर हैं और उनमें पठन पाठन से बच्चों के हित का नुकसान हो रहा है,ऐसे विद्यालयो की अविलम्ब सूची उपलब्ध करवाना सुनिश्चित करे ताकि शीघ्र अग्रेतर करवाई किया जा सके। उक्त बैठक में जिला शिक्षा पदाधिकारी जावेद आलम, सभी जिला कार्यक्रम पदाधिकारी, सहित जिले के सभी प्रखंडों के प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी एवं अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

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