- बिहार के लोगों की गरीबी और पिछड़ेपन को दूर करने का एकमात्र उपाय शिक्षा यानी "स्कूल का बस्ता"
प्रशांत किशोर ने जनता को जन सुराज पार्टी के तीन संकल्पों के बारे में बताया,कहा- विश्व स्तरीय शिक्षा व्यवस्था, बिहार से युवाओं का पलायन रोकना और बुजुर्गों को 2000 रुपये पेंशन हमारी प्राथमिकताएं
बिहार में विधानसभा उप-चुनाव को लेकर जन सुराज के सूत्रधार व स्टार प्रचारक प्रशांत किशोर लगातार जनता के साथ जन संवाद कर जन सुराज की विचारधारा को सबके समक्ष रखते हुए जन सुराज को समर्थन देने की अपील कर रहे हैं। इसी क्रम में एक जनसभा के दौरान प्रशांत किशोर जी ने जनता को जन सुराज पार्टी के तीन संकल्पों से सबको रूबरू करवाया। उन्होनें कहा कि अगले वर्ष जब जनता का राज बनेगा तो पहला संकल्प जन सुराज का यह है कि साल भर के अंदर जितने भी बिहार के बच्चे रोजी-रोजगार करने के लिए राज्य के बाहर गए हैं और जो बच्चे यहाँ बेरोजगार बैठे हैं, सभी के लिए कम से कम 10 से 12 हजार रुपए का रोजी-रोजगार का व्यवस्था बिहार में ही करके दिया जाएगा। जनता को संबोधित करते हुए उन्होनें कहा कि यह बात आप सभी गांठ बांध लें कि 2025 में, अगले वर्ष जब आपके बच्चे लौटेंगे तो रोजगार के लिए उन्हें बिहार छोड़कर वापस नहीं जाना पड़ेगा। इसी के साथ गाँव में पदयात्रा करने के दौरान मैंने यह देखा कि जो भी बूढ़े-बुजुर्ग हैं, वो बहुत कष्ट में हैं, यह वो वर्ग है जो अब पढ़ नहीं सकते, नौकरी और मजदूरी भी नहीं कर सकते हैं। नीतीश कुमार उन बुजुर्ग वर्ग के लोगों को 400 रुपए की भीख दे रहे हैं। जन सुराज का दूसरा संकल्प यह है कि दिसम्बर 2025 से 60 वर्ष के ज्यादा उम्र के सभी महिला-पुरुष को कम से कम 2000 रुपए मासिक पेंशन दी जाएगी। जन सुराज का तीसरा संकल्प यह है कि जब तक सरकारी स्कूलों की स्थिति नहीं सुधरती, तब तक सरकार निजी स्कूलों में 15 वर्ष से कम आयु के सभी गरीब विद्यार्थियों की शिक्षा का खर्च उठाएगी, ताकि गरीब से गरीब बच्चा भी अंग्रेजी स्कूल में पढ़ सके।
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