इधर कथा के तीसरे दिन कथा व्यास पंडित राघवेंद्राचार्य महाराज ने कहा कि श्रीमद् भागवत कथा सुनने से मनुष्य के कई जन्मों के पापों का क्षय हो जाता है। हमें भागवत कथा सुनने के साथ साथ उसकी शिक्षाओं पर भी अमल करना चाहिए। उन्होंने बताया कि वामन अवतार के रूप में भगवान विष्णु ने राजा बलि को यह शिक्षा दी कि दंभ और अंहकार से जीवन में कुछ भी हासिल नहीं होता और यह धन संपदा क्षण भंगुर होती है। इसलिए इस जीवन में परोपकार करों। उन्होंने बताया कि अहंकार, गर्व, घृणा और ईषर्या से मुक्त होने पर ही मनुष्य को ईश्वर की कृपा प्राप्त होती है। ईषालु व्यक्ति अपने जीवन में कभी तरक्की नहीं कर सकता। ऐसे व्यक्तियों को भगवान सूर्य, वायु, नदियों, बादलों व वृक्षों इत्यादि से प्रेरणा लेनी चाहिए। भगवान सूर्य बिना किसी भेदभाव के सृष्टि के सभी प्राणियों को अपना प्रकाश देते हैं। वायु सभी जीवों में प्राणों का संचार करती है। बादल परोपकार के लिए गरजते हुए वर्षा करते है, नदियां किसी से नहीं पूछती कि तुम मेरा जल क्यों पीते हो और वृक्ष भी किसी व्यक्ति से यह नहीं पूछते कि तुम मेरे फल क्यों तोड़ते हो, लेकिन स्वार्थी मानव इर्ष्यालु होता जा रहा है। यदि अपना उद्धार करना चाहते हो तो परोपकार में अपना जीवन लगाओ, जिससे तुम्हारा कल्याण होगा। बुधवार को कथा के तीसरे दिन कथा व्यास पंडित राघवेन्द्राचार्य महाराज ने गजेंद्र मोक्ष व वामन अवतार प्रसंग का वर्णन किया गया। कथा में बताया कि हाथी गजेंद्र अपनी हथिनियों के साथ नदी में जलक्रीड़ा कर रहा था, तभी एक मगरमच्छ गजेंद्र का पैर पकड़ लेता है। मगरमच्छ गजेंद्र को गहरे पानी मे खींचने लगता है, तो वह पत्नियों को सहायता के लिए पुकारता है। सब उसे डूबता छोड़कर चले जाते हैं। गजेंद्र को समझ आता है कि सारे रिश्ते और प्रेम स्वार्थ से जुड़े हैं। दुनिया का प्रेम धोखा है, दिखावा है। गजेंद्र भगवान से प्राण रक्षा की प्रार्थना करता है तब हरि कृपा से गजेंद्र मुक्त होता है। ईश्वर हमेशा भक्त के प्रेम का मान रखते हैं। हर मुसीबत में ईश्वर ही सच्चा सहारा है। बुधवार को कथा तीसरे दिन कथा के यजमान अशोक गोयल एवं श्रीमती मधु गोयल आदि ने आरती की।
आज सजाया जाएगा खाटू श्याम का दरबार
पंडित जितेन्द्र चतुर्वेदी ने बताया कि शहर के चाणक्यपुरी स्थित श्री गोंदन सरकार धाम कथा का आयोजन दोपहर एक बजे किया जाएगा और इसके अलावा रात्रि आठ बजे भव्य खाटू श्याम भजन संख्या का आयोजन किया जाएगा। समस्त गोंदन सरकार भक्त मंडल ने सभी क्षेत्रवासियों और श्रद्धालुओं ने कथा के श्रवण और भजन कीर्तिन का लाभ उठाने की अपील की।
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