देखो लड़की का जन्म कितना है खास?
फिर लड़की होना क्यों है अभिशाप?
नौ दिनों तक उसे पूजा है जाता,
फिर किस कदर उसे नोचा जाता,
कैसे अकेले वह जाए कहीं,
अब तो सुरक्षित रही ना वो कहीं,
हर रूप में हो तुम ही तुम,
एक लड़की का डर क्या जानो तुम,
लड़कियां तुम कमज़ोर नहीं हो,
डरो मत, तुम्हारे लिए हर दिन है ख़ास,
अब लड़की होना नहीं होगा अभिशाप?
तानिया आर्य
चोरसौ, उत्तराखंड
चरखा फीचर्स
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