- भगवान शिव-पार्वती श्रद्धा और विश्वास का केन्द्र : महंत उद्धवदास महाराज
महंत ने दिया जीवन में सफलता का सूत्र
महंत उद्धवदास ने कहा कि अहंकार रूपी शक्ति ही सफलता में बाधक है। जब माता पार्वती ने भगवान शिव से पूछा कि मनुष्य अपने कार्यों में असफल क्यों होता है, तो भगवान शिव ने बताया कि आसक्ति ही सभी समस्याओं का मूल कारण है। आसक्ति और प्रेम ठहराव की ओर ले जाता है और सफलता में बाधा डालता है। जब आप दुनिया के सभी मोह और प्रलोभनों से मुक्त हो जाते हैं, तो ऐसा कुछ भी नहीं है जो आपके जीवन में सफलता प्राप्त करने से रोक सके। अलग होने का एकमात्र तरीका है कि आप अपने मन को प्रशिक्षित करें और इसे इस मानव रूप की उपयोगिता को समझे। हमारे शरीर में गुण और अवगुण दोनों समान रूप से विराजमान हैं। लेकिन जब सत्संग की शरण में जाते हैं हमारे चित्र और मन से अवगुण समाप्त हो जाते हैं और गुण जागृत हो जाते हैं। जगत में रामकथा साक्षात परमात्मा स्वरुप है।
सफलता हर किसी के हिस्से नहीं आती
उन्होंने कहा कि दुनिया में शायद ही कोई होगा जो अपने जीवन में सफल नहीं होना चाहेगा। इस सफलता को हासिल करने के लिए हर कोई अपने तरफ से प्रयास भी करता है। हर किसी को लगता है कि उसकी पहचान बने और वह जो चाहता है, हासिल करे। मगर यह भी एक हकीकत है कि यह सफलता हर किसी के हिस्से नहीं आती। साथ ही यह भी सच है कि अधिकांश लोगों को मनचाही सफलता नहीं मिल पाती है। सफल होने की कोशिशों के तहत हम रणनीति तो बना लेते हैं, लेकिन साथ ही कुछ गलतियां कर जाते हैं, जिससे हम सफलता से दूर चले जाते हैं।
आज भगवान श्रीराम के जन्मोत्सव का प्रसंग
शहर के सीवन नदी के तट पर ऊंकार प्रसाद जायसवाल परिवार के तत्वाधान में समस्त सनातन प्रेमी भक्तजन के तत्वाधान में नौ दिवसीय संगीतमय श्रीराम कथा के चौथे दिन भगवान श्रीराम के जन्मोत्सव का प्रसंग किया जाएगा। जायसवाल परिवार ने सभी श्रद्धालुओं से कथा का श्रवण करने की अपील की।
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