मधुबनी : स्मृति दिवस पर बाबासाहेब अंबेडकर को भाकपा–माले ने पूरी शिद्दत से याद किया - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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शुक्रवार, 6 दिसंबर 2024

मधुबनी : स्मृति दिवस पर बाबासाहेब अंबेडकर को भाकपा–माले ने पूरी शिद्दत से याद किया

  • भाजपा सरकार बाबासाहेब के सपनों को निरंतर कुचल रही है :  भाकपा माले

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बेनीपट्टी /मधुबनी,  6 दिसम्बर (रजनीश के झा)। संविधान निर्माता बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर के परिनिर्वाण दिवस के मौके पर भाकपा–माले की बेनीपट्टी इकाई ने उन्हें अंबेडकर चौक, बेनीपट्टी पर   स्थित अम्बेडकर मूर्ति पर माल्यार्पण किया व लोइरका गांव में वर्तमान राजनीतिक–सामाजिक परिस्थितियों में बाबासाहेब की प्रासंगिकता पर संक्षिप्त चर्चा का आयोजन किया। परिचर्चा की अध्यक्षता स्थानीय माले नेता रामदेव पासवान ने की। मौके पर माले नेता मयंक कुमार ने कहा कि बाबासाहेब का राष्ट्रीय संपत्तियों की सुरक्षा, संसाधनों के समान वितरण का सपना, सभी वर्गों के उचित प्रतिनिधित्व का सपना भाजपा सरकार निरंतर कुचल रही है। आंबेडकर जी आजीवन धार्मिक सद्भावना के पैरोकार रहे लेकिन सांप्रदायिक विचारधारा की राजनीति करने वाले अम्बेडकर जी का नाम लेते हुए भी उनके ही विचारों की हत्या कर रहे। वर्तमान समय की यह सबसे बड़ी विडंबना है। आज समाज के ऊपर दायित्व है कि बाबासाहेब के दिए संविधान को बचाए और मनुस्मृति लागू करने की भाजपा की साजिश को परास्त करे। 


भाकपा-माले के बेनीपट्टी प्रखंड सचिव श्याम पंडित ने अपने  उद्बोधन में कहा कि दलितों–शोषितों की मुक्ति और उनके विकास के लिए माले अपने स्थापना काल से संघर्षरत है। बाबासाहेब की वैचारिकी को सच्चे मायनों में जमीन पर उतारने का श्रेय भी हमारी ही पार्टी को है। आरक्षण में उप वर्गीकरण का विरोध हो अथवा ईडब्ल्यूएस का विरोध, हमने हर मौके पर आगे बढ़ कर आवाज उठाई है। आज वंचितों–शोषितों की व्यापक एकता की जरूरत है। बाबासाहेब को मानने वाले, संविधान में विश्वास करने वाले तमाम न्यायप्रिय लोगों को भाजपा के खिलाफ एकजुट होना होगा। तभी बाबासाहेब द्वारा दिया गया समाजिक–आर्थिक मुक्ति का साधन हमारा संविधान बच पाएगा। परिचर्चा में विक्रम पासवान, भरथ पासवान, बोहरू पासवान, रंजीत पासवान, राजू पासवान, रामाशीष राम, चंदन राम सहित अन्य लोगों ने भी भाग लिया ।

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