वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. जयकिशोर छांगाणी की देखरेख में तैयार किया गया है। कार्यक्रम में अचार्य श्याम बिहारी अध्यक्ष गो सेवा आयोग उत्तर प्रदेश सरकार, डा. आशुतोष मुरकुटे महात्मा गांधी ग्रामीण औद्योगीकरण संस्थान मगनवाड़ी वर्धा, शेखर मुनदेड़ा राज्य मंत्री अध्यक्ष, महाराष्ट्र गौ सेवा आयोग मौजूद रहे। कार्यशाला में बीस उत्पाद तैयार किए गए हैं। जो अलग-अलग उद्यमियों ने तैयार किए हैं। जिसमें गोसेवा आयोग की महत्वपूर्ण भूमिका रही। सभी तैयार प्रोडक्ट जल्द ही मार्केट में बेचने के लिए उपलब्ध होगा। कार्यशाला में विशेषज्ञ के रूप में एमगिरी सलाहकार समिति के सदस्य डा. श्रीराम ज्योतिषी, भारतीय प्रबंधन संस्थान, नागपुर की प्रो. ईशा सलामे, प्रो. अनिरुद्ध आठवले, अन्न एवं औषधि विभाग के सेवानिवृत्त कमिश्नर डॉ. पीएम बल्लाल, अदाणी उद्योग समूह के सुबोध सिंह, शक्ति संगठन की राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. सुधा तिवारी, इस्कॉन के दामोदर दुलारदास, महाराष्ट्र गोसेवा आयोग के सदस्य उद्धव नेरकर, डॉ. सुनील सूर्यवंशी, सनत गुप्ता, छत्तीसगढ़ के डॉ. अखिल जैन, राजस्थान गौशाला संघ के प्रकाश व्यास, कर्नाटक गौशाला संघ के चेन्ना बसवंत रेड्डी और श्रीकांत मोदी, मध्यप्रदेश के सोहन विश्वकर्मा, गोआकृति उद्योग समूह, जयपुर से भीमराज शर्मा प्रमुख रूप से उपस्थित रहें।
कार्यशाला का आयोजन एमगिरी के जैव प्रसंस्करण व जड़ी-बूटी विभाग द्वारा किया गया था। कार्यशाला का संचालन डॉ. जयकिशोर छांगाणी ने और आभार प्रदर्शन डॉ. आदर्श कुमार अग्निहोत्री जी ने किया। कार्यशाला के सफल आयोजन के लिए डॉ. छांगाणी, डॉ. अग्निहोत्री, डॉ. अपराजिता, डॉ. शीतल शर्मा, नीलेश काटेकर, सौम्य कटरे, पायल कथले, शामली जमाने, स्वानंद कलम्बे, कल्पेश देशमुख, डिंकेस ढोले, सुहासिनी, रवि खाड़े, बृजेश चौहान ने सहयोग रहा। कार्यशाला में देश के विभिन्न राज्यों के गौसंवर्धन संबंधी वरिष्ठ अधिकारी, प्रबंधन विभाग के विशेषज्ञ, गौशाला प्रतिनिधि तथा एमगिरी के 50 उद्यमियों को मिलाकर कुल 125 प्रतिभागियों ने भाग लिया।
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