बैठक के बाद आयत- निर्यात जल्द से जल्द प्रारंभ हो इसको लेकर आयुक्त ने दिशानिर्देश जारी किये जिसके परिणामस्वरूप वाल्मीकिनगर सीमा शुल्क स्थल से निर्यात प्रारंभ हुआ। अभी विभिन्न प्रकारके रेडीमेड गारमेंट का निर्यात मेसर्स अलिअंस कॉन्ट्रैक्ट्स एंड इंजिनीयर्सचनपटिया के द्वारा निर्यात सम्बंधित सभी मापदंडों को पूरा करने के बाद किया गया। इस सीमा चौकी से निर्यात शुरू होने से यहाँ के विभिन्नव्यापारिक गतिविधियों को बहुत शुलभता एवं बढ़ावा मिलेगा क्योंकि इससेपहले व्यापारियों को निर्यात के लिए अन्य सीमा शुल्क स्टेशनों का सहारा लेना पड़ता था, जिसके कारण समय और लागत दोनों बढ़ जाते थे। अब वाल्मीकिनगर से निर्यात की शुरुआत के बाद व्यापारियों को कम समय और लागत में सुविधा मिलेगी, जो स्थानीय व्यापारिक गतिविधियों को प्रोत्साहित करेगा।
निर्यात की प्रक्रिया शुरू होने से वाल्मीकिनगर क्षेत्र के व्यापारियों में खुशी का माहौल है। उन्होंने इसके लिए केंद्रीय मंत्री और आयुक्त सीमा शुल्क के प्रयासों की सराहना की है। हालांकि नेपाल की तरफ से प्लांट क्वारंटीन और एफएसएसएआई लैब की अनुपलब्धता के कारण कृषि और कृषि प्रसंस्करण आधारित वस्तुओं का निर्यात अभी संभव नहीं हो पा रहा है। इन वस्तुओं के निर्यात के लिए भारतीय सीमा में प्लांट क्वारंटीन और एफएसएसएआई लैब की स्थापना के लिए प्रयास किए जा रहे हैं, ताकि भविष्य में इन वस्तुओं का आयत-निर्यात भी सुगम हो सके। आयुक्त महोदय के द्वारा बताया गया कि इन वस्तुओं के अतिरिक्त अन्य वस्तुएं, यथा – लोहा, सीमेंट, कपड़े, कॉस्मेटिक्स, एलेक्ट्रिकल्स इत्यादि सामग्रियों को सुगमता पूर्वक, नेपाल आयात-निर्यात किया जा सकता है।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें