पटना : रंजन सिन्हा ने इस बार भी जीता बेस्ट पीआरओ का अवार्ड - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

सोमवार, 30 दिसंबर 2024

पटना : रंजन सिन्हा ने इस बार भी जीता बेस्ट पीआरओ का अवार्ड

  • भोजपुरी सिनेमा के ' पीआरओ किंग' के रूप में किया पहचान मजबूत

Ranjan-sinha-best-pro
पटना (रजनीश के झा)। भोजपुरी सिनेमा के जाने-माने जनसंपर्क अधिकारी (पीआरओ) रंजन सिन्हा ने एक बार फिर अपनी मेहनत और कुशलता का लोहा मनवाते हुए बेस्ट पीआरओ का अवार्ड अपने नाम किया है। यह सम्मान उन्हें अयोध्या महोत्सव में आयोजित अयोध्या भोजपुरी सिने अवार्ड 2025 में दिया गया। भोजपुरी सिनेमा में उनके उत्कृष्ट जनसंपर्क कार्य और इंडस्ट्री के प्रति उनकी अटूट प्रतिबद्धता के लिए बेस्ट पीआरओ के सम्मान से सम्मानित किया गया है। यह पहला मौका नहीं है जब रंजन सिन्हा को यह सम्मान मिला है। इससे पहले उन्हें इस महोत्सव में 3 और बार  यह अवार्ड दिया जा चुका है। इसके अलावा हर साल लगभग सभी प्रतिष्ठित फिल्म अवार्ड शो में उनकी प्रतिभा को सम्मान मिलता रहा है। उनकी कामयाबी का सफर इस बात का प्रमाण है कि वे अपने क्षेत्र में अद्वितीय हैं। 20 वर्षों से इस इंडस्ट्री में जनसंपर्क का काम संभाल रहे रंजन सिन्हा अब तक 800 से अधिक फिल्मों और 4000 से अधिक गानों का प्रचार-प्रसार कुशलतापूर्वक कर चुके हैं।


वहीं,  रंजन सिन्हा ने अपनी खुशी व्यक्त करते हुए कहा, "यह सम्मान उन सभी निर्माता-निर्देशकों का है जिन्होंने मुझ पर भरोसा किया और अपनी फिल्मों के प्रचार-प्रसार की जिम्मेदारी मुझे सौंपी।" उन्होंने अयोध्या भोजपुरी सिने अवार्ड का आभार व्यक्त करते हुए इस अवार्ड को अपने काम और प्रयासों की पहचान बताया। बिहार के वैशाली जिले के राजापाकर प्रखंड के छोटे से गांव बिरना लखन सेन से ख्वाबों की नगरी मुंबई तक का सफर आसान नहीं था। लेकिन अपनी मेहनत और समर्पण के दम पर रंजन सिन्हा ने भोजपुरी सिनेमा में अपनी पहचान बनाई। आज वे भोजपुरी इंडस्ट्री के सबसे भरोसेमंद पीआरओ में से एक हैं। वे न केवल मेगा स्टार मनोज तिवारी, रवि किशन, पवन सिंह, खेसारी लाल यादव, प्रदीप पांडे चिंटू, और अक्षरा सिंह जैसे दिग्गजों के पसंदीदा पीआरओ हैं, बल्कि साउथ और बॉलीवुड की फिल्मों के लिए भी जनसंपर्क का काम कुशलता से करते हैं।

 

भोजपुरी सिनेमा के अलावा, रंजन सिन्हा बिहार के विभिन्न राजनीतिक, सामाजिक और सांस्कृतिक आयोजनों में भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराते हैं। उन्होंने बिहार सरकार के कला संस्कृति एवं युवा विभाग द्वारा आयोजित कई महत्वपूर्ण कार्यक्रमों जैसे - प्रकाश पर्व, पटना फिल्म फेस्टिवल, गांधी पैनोरमा फिल्म फेस्टिवल, बाबू वीर कुंवर सिंह विजयोत्सव और नेशनल बॉक्सकॉन कांफ्रेंस में भी पीआर का कार्य बखूबी किया। रंजन सिन्हा का योगदान केवल भोजपुरी इंडस्ट्री तक सीमित नहीं है। वे कई बड़े म्यूजिक चैनलों के पीआर का काम भी सफलता से संभाल रहे हैं। उनकी पहचान उनके गुणवत्तापूर्ण कार्य और भरोसेमंद व्यक्तित्व के कारण बनी है। यही वजह है कि उन्हें भोजपुरी सिने अवार्ड के अलावा भी कई बड़े पुरस्कार मिले हैं। भोजपुरी सिनेमा में उनका योगदान अद्वितीय है। वे अपने काम को प्राथमिकता देते हैं और हर प्रोजेक्ट को उसकी मंजिल तक ले जाने के लिए प्रतिबद्ध रहते हैं। उनका कहना है, "मेरे लिए काम ही सब कुछ है। यह मेरा जुनून है और मैं इसे ईमानदारी से करता रहूंगा।" रंजन सिन्हा की सफलता की यह कहानी न केवल उनकी मेहनत की मिसाल है, बल्कि यह भी दर्शाती है कि यदि आप अपने काम के प्रति समर्पित हैं तो सफलता आपके कदम चूमेगी। भोजपुरी इंडस्ट्री में उनकी अद्वितीय सफलता ने उन्हें एक 'ब्रांड' बना दिया है, जो आने वाले समय में और भी ऊंचाइयां छूने को तैयार है।

कोई टिप्पणी नहीं: