- बिना वैकल्पिक व्यवस्था के गरीबों की झोपड़ियां पर बुलडोजर चलाना असंवैधानिक, अतिक्रमण के नाम पर फुटपाथ दुकानदारों पर पुलिसिया जुल्म बर्दाश्त नहीं
- जिलाधिकारी से मिला प्रतिनधिमंडल, सकारात्मक आश्वासन के बाद घेराव हुआ खत्म
बाद में एक प्रतिनिधमंडल ने जिलाधिकारी से मुलाकात की. जिलाधिकारी महोदय ने मामले में गंभीरता दिखलाते हुए सभी मसलों पर सकारात्मक पहल का आश्वासन दिया. उसके बाद घेराव का कार्यक्रम समाप्त किया गया. शशि यादव ने कहा कि जिलाधिकारी के आशवासन के बाद आज का घेराव खत्म हो रहा है. लेकिन प्रशासन यह समझ ले कि गरीबों व फुटपाथ दुकानदारों के जीविका और आवास के संवैधानिक अधिकारों पर हमला हम बर्दाश्त नहीं करने वाले हैं. सुप्रीम कोर्ट के बुलडोजर पर दिए गए सख्त निर्देश के बावजूद गरीबों की झोपड़ियां तोडी़ जा रही हैं. नीतीश कुमार कहते हैं कि बिना वैकल्पिक व्यवस्था किए किसी की झोपड़ी नहीं तोड़ी जाएगी लेकिन आज सत्ता की नाक के ठीक नीचे ही क्या हो रहा है? हकीकत यह है कि भाजपा-जदयू सरकार ने आज तक एक शहरी गरीब को काॅलनी हाउस बनाकर नहीं दे सकी. जरूर उनका प्रशासन ठंड के मौसम में भी गरीबों की झोपड़ियां तोड़ने में कोई परहेज नहीं करता. डबल इंजन की तथाकथित बीस बरसों की सरकार घोर गरीब विरोधी सरकार साबित हुई है. इसके खिलाफ सड़क से लेकर सदन तक संघर्ष किया जाएगा.
फुटपाथ दुकानदारों के नेता का. शाहजादे ने कहा कि फुटपाथ दुकानदारों को कानूनी अधिकार है कि वे अपनी जीविका के लिए सड़क किनारे रोजगार कर सकते हैं. ऐसा वेंडिंग एक्ट सरकार ने ही बनाया है. हम लोगों का पहचान पत्र भी बना है. बावजूद अतिक्रमण के नाम पर प्रशासन हमें हमेशा परेशान करता है. जब मर्जी होती है पुलिस हमारी दुकानों को तहस-नहस कर देती है, गाली-गलौज करती है, यहां तक कि हमारी जमा पूंजी भी लूट लेती है. यह कहां का न्याय है? हम इस अन्याय के खिलाफ आज यहां एकत्रित हुए हैं. कानून द्वारा हासिल अधिकारों पर हमला किसी भी सूरत में नहीं सहेंगे. का. रणविजय ने कहा कि पटना-दिल्ली की सरकार गरीबों की दुश्मन हैं. गरीबों के आवास और रोजी-रोटी की चिंता मोदी -नीतीश की सरकार को नहीं है. बिना सीजर लिस्ट के फुटपाथ दुकानदारों और झुग्गी वासियों का सामान लूटना गैर कानूनी है. उत्तर प्रदेश की तर्ज पर बिहार को बुलडोजर राज में तब्दील कर देने के खिलाफ गरीबों का संघर्ष तेज किया जाएगा. का. अनिता सिन्हा ने कहा कि सरकार के इशारे पर प्रशासन द्वारा झोपड़ियों और फुटपाथ दुकानदारों को उजाड़ने से सबसे ज्यादा गरीब महिलाओं को परेशानी होती है. शहर के गरीबों और फुटपाथ दुकानदारों के संघर्ष में भाकपा-माले हर कदम पर साथ है. इस जुल्म के खिलाफ गरीबों की बड़ी गोलबंदी होगी और शासन-प्रशासन को मांगें मानने के लिए मजबूर किया जाएगा. सभा का संचालन राज्य कमेटी सदस्य कॉमरेड जितेंद्र ने किया.
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