सीहोर : चमत्कारेश्वर महादेव मंदिर में भगवान का अभिषेक - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

शुक्रवार, 6 दिसंबर 2024

सीहोर : चमत्कारेश्वर महादेव मंदिर में भगवान का अभिषेक

Chamatkareshwar-mahadev-sehore
सीहोर। भगवान शिव की आराधना करने से मनुष्य को शुभ फल की प्राप्ति होती है। भगवान शिव अपने भक्तों के जीवन की कठिनाइयों और बाधाओं को दूर करते हैं। उक्त विचार शहर के नगर पालिका परिसर में चमत्कारेश्वर महादेव मंदिर समिति के तत्वाधान में मंदिर का जीर्णोद्धार किया जा रहा है। इस मौके पर कथा व्यास पंडित चेतन उपाध्याय ने कहे। शुक्रवार को नगर पुरोहित पृथ्वी वल्लभ दुबे और जयंत दुबे के सानिध्य क्षमा प्रार्थना कर देव स्थान परिवर्तित करने का कार्य पूर्ण विधि-विधान से किया जा रहा है। इस मौके पर समिति के अध्यक्ष मनोहर राय सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल थे। समिति के वरिष्ठ पदाधिकारी हरिश्चंद्र अग्रवाल, भोलाराम महेश्वरी राधेश्याम राय, गोपाल सोनी, सुरेश शर्मा, गोविंद भैया राजकुमार  ताम्रकार, प्रदीप साबू, कमलेश अग्रवाल, ओम राय, सुरेश चांसलर, उषा उपाध्याय श्रीमती सिंदुरिया, रेणु राजेंद्र शर्मा श्रीमती पुष्पा शर्मा श्रीमती बबली दीदी शामिल थे।


कथा व्यास पंडित श्री उपाध्याय ने कहा कि यदि कोई व्यक्ति विधि पूर्वक भगवान शिव की पूजा-उपासना करता है, तो भगवान शिव उसके सभी प्रकार के और चिंताओं को दूर कर देते है। इस महीने में शिवलिंग की पूजा करने का विधान है, क्योंकि लिंग सृष्टि का आधार है और शिव विश्व कल्याण के देवता हैं। व्रत रखने और आराधना से भोलेनाथ प्रसन्न हो जाते है। इसलिए  शिव-शक्ति की साधना सर्व कल्याणकारी एवं सर्व मंगलकारी होती है। उन्होंने अभिषेकके महात्म्य को बताते हुए कहा कि मन, कर्म तथा वाणी से परम पवित्र तथा सभी प्रकार की आसक्तियों से रहित होकर भगवान शूलपाणि की प्रसन्नता के लिए रुद्राभिषेक करना चाहिए। ताकि भगवान शिव की कृपा सदा आप पर बनी रहे। शिव का पूजन और अभिषेक करने से जाने-अंजाने होने वाले पापों से भी शीघ्र ही छुटकारा मिल जाता है। वहीं समिति अध्यक्ष श्री राय ने बताया कि यह मंदिर काफी प्राचीन है और सैकड़ों श्रद्धालुओं की आस्था का प्रतीक है। इसमें भगवान शंकर और हनुमान जी की मूर्ति है, निर्माण कार्य के चलते देव स्थान परिवर्तित किया जाएगा। क्षमा प्रार्थना कर देवस्थान नंदी ग्रह में परिवर्तन किया गया अब 10 फरवरी तक बाबा भोलेनाथ श्री महादेव नंदी गृह में पूजा अर्चना करेंगे और तीन दिवसीय यज्ञ नवीन मूर्ति स्थापना एवं श्री शिव महापुराण पंडित अजय पुरोहित द्वारा भगवान भोलेनाथ चमत्कारेश्वर बाबा को रसपान करवाएंगे। 

कोई टिप्पणी नहीं: