- जिला उर्दू भाषा कोषांग, मधुबनी द्वारा आयोजित फरोग-ए-उर्दू समिनार, मुशायरा और कार्यशाला का आयोजन में जिला भर से उर्दू भाषा प्रेमियों ,शिक्षकों और छात्र ने भाग लिया।
मधुबनी (रजनीश के झा)। स्थानीय टाउन हाल मधुबनी में आयोजित कार्यक्रम का शुभांरभ जिला पदाधिकारी, अरविन्द कुमार वर्मा , मरोज अहमद, प्रभारी पदाधिकारी जिला उर्दू भाषा कोषांग,डीपीआरओ परिमल कुमार और अन्य अतिथियों ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर के किया। जिला पदाधिकारी अरविन्द कुमार वर्मा ने अपने सम्बोधन में इस कार्यक्रम की महता पर प्रकाश डाला एवं भाषा को पेश आने वाली चुनौतियों पर भी विस्तृत चर्चा किया। उन्होंने कहा की मशीन और टेक्नालोजी के इस युग में भाषा को बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ता है, ऐेसे में शायर, साहित्यकार की जिम्मेदारी और भी बढ जाती है। कार्यक्रम के पहले भाग में 06 विद्वानों ने आलेख पाठ किया जिसमें उर्दू भाषा के विकास और चुनौतियों के साथ उर्दू भाषा के विकास विमर्श किया गया, साहित्य अकादमी इनाम से पुरूस्कृत साहित्यकार सदरे आलम गौहर, डॉ उमर फारूक, डॉ मरगुल आलम आर0के0कॉलेज , मधुबनी उर्दू अनुवादक वासिक जमाल, हसीबुर्रहमान और दिल्ली उर्दू अकादमी अवार्ड से पुरूस्कृत डॉ मो0 हुसैन ने अपना आलेख पाठ किया। कार्यक्रम के दुसरे भाग मंे मुशायरा का आयोजन किया गया जिसमें जिला भर के प्रसिद्ध कवियों ने अपनी कविताओं से श्रोताओं को सम्मोहित किया। जिनमें वरीय कवि सुल्तान शम्सी, एहसान मुकर्रमपुरी , जफर इनाम हबीबी , सरवर पण्डौलवी , मकसूद आलम रिफत, अनवर कमाल, जोया एहतराम, कृष्णनन्दन दास, मो0 नसीम अख्तर और मिन्नतुल्लाह रहमानी ने कविताओं और गजलों से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध किया। जिला के विभिन्न विभाग के पदाधिकारियांे समेत डिप्टी मेयर, मधुबनी अमानुतल्लाह खान के आलावा जिला भर के उर्दू प्रेमियों ने इस कार्यक्रम में भाग लिया ।मंच संचालन मो0 मुहूतदा, उर्दू अनुवादक मधुबनी ने किया और धन्यवाद ज्ञापन जिला उर्दू भाषा कोषांग, मधुबनी के प्रभारी पदाधिकारी मेराज अहमद ने की।
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