दोस्त ज़िंदगी को आगे बढ़ाते रहना,
दुख हो या सुख हो, हमेशा हंसते रहना,
राह में फूल हों या कांटे हों, बस हारना नहीं,
आगे बढ़ते जाना तुम मगर झुकना नहीं,
उस फूल जैसे बनना, जो देते हर ख़ुशी,
रोज़ चांदनी रात की तरह तुम चमकना,
जिसकी चमक में कभी कोई कमी न हो,
तुम हमेशा हंसते रहना मेरे दोस्त,
खुशियां जग में हमेशा बांटते रहना।।
दिशा
उम्र-17
जगथाना, कपकोट
बागेश्वर, उत्तराखंड
चरखा फीचर्स
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