बिहार में छात्रों की इस लड़ाई को आगे लड़ने के लिए विभिन्न छात्र समूहों को मिलकर एक 51 सदस्यीय युवा सत्याग्रह समिति बनाई गई है
प्रशांत किशोर ने कहा कि अगर प्रशासन उनकी गिरफ्तारी कर भी लेती है, तो भी ये सत्याग्रह जारी रहेगा। उन्होंने यह जानकारी दी कि अब यह आंदोलन 51 सदस्यीय युवा सत्याग्रह समिति द्वारा आगे बढ़ाया जाएगा। यह समिति बिहार की व्यवस्था में सुधार के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा, मैं उन 51 समिति के साथ खड़ा हूं, और उनकी मदद करूंगा। अब यह आंदोलन सिर्फ BPSC के खिलाफ नहीं है, बल्कि बिहार की पूरी व्यवस्था के खिलाफ है।
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प्रशांत किशोर ने साफ़ कहा, हमारा संघर्ष एक युवा नेतृत्व वाली जन शक्ति के रूप में जारी रहेगा। सरकार चाहे कितनी भी ताकतवर क्यों न हो, जन बल से अधिक कोई बल नहीं है। इन युवाओं की कमिटमेंट मेरी अपेक्षा से कहीं ज्यादा मजबूत है। उन्होंने बिहार के लोगों से आह्वान करते हुए कहा, यह लड़ाई सिर्फ BPSC की नहीं, यह बिहार की व्यवस्था को सुधारने की है। युवाओं का इस संघर्ष में साथ देना आवश्यक है। हम सिर्फ गांधी मैदान में बैठकर नहीं, बल्कि सत्याग्रह के मार्ग पर चलकर बिहार के भविष्य के लिए संघर्ष कर रहे हैं। हम आपको आमंत्रित करते हैं कि आप हमारे साथ आएं और इस आंदोलन को अपना समर्थन दें।
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