हर्षद नलावडे ने न केवल फिल्म को लिखा है, निर्देशन दिया है बल्कि एक छोटी भूमिका में वह पर्दे पर अदाकारी भी करते नजर आएंगे। उन्होंने रियल लाइफ में अपनी आंखों से उस विवाद की झलक देखी है। इलाके और भाषा को लेकर हुए कई संघर्षों को होते हुए देखकर वह बड़े हुए हैं। उनके मराठी और कन्नडा दोनों दोस्त हैं, इसलिए उन्हें इसपर ज्यादा रिसर्च नहीं करना पड़ा बल्कि अपने जीवन के अनुभवों से उन्होंने कहानी को गढ़ने में मदद ली है। उन्हें यह समझने की कोशिश करने में ज्यादा रुचि थी कि ऐसा क्या है जो लोगों को एक निश्चित कारण के लिए लड़ने के लिए प्रेरित करता है। और इस तरह से, उन्होंने इस फिल्म के माध्यम से इस वजह को तलाश करने की कोशिश की है। उनकी इस पहली फ़िल्म में कलाकार और टेक्नीशियन भी नए हैं। उनकी टीम के ज़्यादातर लोग उनके कॉलेज के साथी थे। फिल्म का अधिकांश हिस्सा मराठी और कन्नडा में है जबकि कुछ हिस्सा हिंदी में है। ऑरेंजपिक्सेल स्टूडियोज और विसिका फिल्म्स प्रस्तुत हमारा मीडिया लैब्स और कौसालिटी फ़िल्मस प्रोडक्शन के बैनर तले बनी फिल्म फॉलोवर के लेखक निर्देशक हर्षद नलावडे हैं। रघु बसरिमरद, डोना मुंशी, हर्षद नलावडे अभिनीत फिल्म के एडिटर मौलिक शर्मा, डीओपी साकेत ज्ञानी, निर्माता विनय मिश्रा, प्रीति अली, प्रतीक मोइतरो, अनुभव केआर, पल्लवी रोहतगी, मौलिक शर्मा, चारुलता मैत्रा, हर्षद नलावडे और राघवन भारद्वाज हैं। सह निर्माता चरण सुवर्ण और एसोसिएट प्रोड्यूसर अभिषेक गौतम हैं।
मुंबई (रजनीश के झा)। हर्षद नलावडे की पहली फिल्म 'फॉलोअर' 21 मार्च 2025 को सिनेमाघरों में रिलीज़ के लिए तैयार है। इस फ़िल्म का ऑफिशियल सिलेक्शन इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल रॉटरडैम में हुआ था जिसे दर्शकों का खूब अच्छा रिस्पॉन्स मिला। कर्नाटक और महाराष्ट्र के सीमावर्ती क्षेत्र में स्थित एक शहर है बेलगावी इस पर दावा करने के अधिकार को लेकर दोनों राज्यों की ओर से तनाव होता रहा है। यह क्षेत्र भाषाई विवाद का भी विषय रहा है क्योंकि यहां कन्नड़ के साथ-साथ मराठी भाषी लोगों की भी महत्वपूर्ण आबादी है। उसी क्षेत्र की राजनीति को दिखाने के लिए, बेलगावी के रहने वाले फ़िल्म मेकर हर्षद नलावडे अपनी पहली फीचर फिल्म 'फॉलोअर' लेकर आ रहे हैं। यह कहानी एक सोशल मीडिया पत्रकार के बारे में है जो मराठी समर्थक भावनाओं को सामने रखता है। वह मानता है कि बेलगावी को महाराष्ट्र का हिस्सा होना चाहिए। उधर एक लोकल नेता ने विवाद को फिर से भड़काना शुरू कर दिया है। वह पत्रकार एक लोकल भड़काऊ नेता से प्रेरित है। उसके बाद क्या होता है उसके लिए आपको फ़िल्म देखनी होगी।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें