गाजियाबाद : स्वामी विवेकानंद ने युवाओं को दासता से मुक्ति दिलाई : डॉ. अशोक गदिया - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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सोमवार, 13 जनवरी 2025

गाजियाबाद : स्वामी विवेकानंद ने युवाओं को दासता से मुक्ति दिलाई : डॉ. अशोक गदिया

  • मेवाड़ में स्वामी विवेकानंद जयंती पर आयोजित कार्यक्रमों ने सबका मन मोहा

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गाजियाबाद। वसुंधरा स्थित मेवाड़ ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस में स्वामी विवेकानंद जयंती पर आयोजित कार्यक्रमों ने सबका मन मोह लिया। सम्भाषण और कविताओं ने तो सराहना बटोरी ही, स्वामी विवेकानंद पर आधारित तमाम प्रस्तुतियों ने माहौल में चार चांद लगा दिये। इस मौके पर मेवाड़ इंस्टीट्यूशंस के चेयरमैन डॉ. अशोक कुमार गदिया ने स्वामी विवेकानंद को भारत के 65 करोड़ युवाओं का सशक्त प्रतिनिधि बताया। उन्होंने कहा कि स्वामी विवेकानंद ने दासता और परतंत्रता से निराश हो चुके नौजवानों में उत्साह एवं उमंग का संचार किया। स्वामी विवेकानंद ने कहा कि उठो, जागो और तब तक मत रुको जब तक अपने लक्ष्य की प्राप्ति न कर लो। उन्होंने युवाओं से आह्वान किया कि वे स्वामी विवेकानंद के मद्रास में ’मेरी क्रांतिकारी योजना’ विषय पर दिये गये भाषण को एक बार जरूर पढ़ें। उन्होंने कहा कि स्वामी विवेकानंद ने अपने गुरु से प्राप्त ज्ञान को पूरे विश्व में बांटा। पूरे विश्व में धर्मध्वजा फहरायी। उपनिवेशवाद के खिलाफ नई क्रांति का बिगुल बजाया। डॉ. गदिया ने कहा कि महापुरुषों के चरित्र को अपनाकर ही भारत में विकास की संभावनाओं को जन्म दिया जा सकता है। डॉ. गदिया ने अपने सम्भाषण में दया, करूणा व गुरु की महिमा के महत्व पर भी प्रकाश डाला। मेवाड़ ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस की निदेशिका डॉ. अलका अग्रवाल ने कहा कि आज देश में आध्यात्मिक क्रांति की आवश्यकता है। स्वामी विवेकानंद के आदर्शों को अपनाकर ही आज का नौजवान स्वयं को आत्मविश्वासी और मजबूत बना सकता है। स्वधर्म के बोध पर स्वामी विवेकानंद ने अधिक बल दिया। पवित्रता, अच्छाई और सच्चाई के मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित किया। डॉ. अलका अग्रवाल के अनुसार आज देश में चरित्रनिष्ठ युवाओं की जरूरत है। तभी हमारा देश पुनः विश्वगुरु बन सकता है। विवेकानंद जयंती समारोह में प्राची एंड ग्रुप, शताक्षी एंड ग्रुप समेत मुस्कान, शिप्रा, शिखा, शिवांगी, शिल्पी, नंदिनी आदि विद्यार्थियों ने कविता, गीत, सम्भाषण, विचार, स्लोगन आदि प्रकट किये। इस मौके पर डॉ. अशोक कुमार गदिया की स्वामी विवेकानंद पर लिखी पुस्तक मेरी क्रांतिकारी योजना विद्यार्थियों को बांटी गई। समारोह में मेवाड़ इंस्टीट्यूशंस का तमाम स्टाफ व विद्यार्थी मौजूद थे। राष्ट्रगान के साथ कार्यक्रम की समाप्ति हुई। संचालन बीएड की छात्रा शिप्रा ने किया।

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