- राजद, भाजपा और जदयू के राजनीतिक आरोपों पर बोले मनोज भारती - आरोप लगाने वालों को प्रशांत किशोर की तरह सत्याग्रह करने की दी चुनौती
इन नेताओं ने मुख्य सचिव को निम्न पांच सूत्री मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपा -
1. 70वीं BPSC परीक्षा में हुई अनियमितता और भ्रष्टाचार की उच्चस्तरीय जांच कराई जाए और पुनः परीक्षा कराई जाए।
2. 2015 में 7 निश्चय के तहत किए गए वादे के अनुसार 18 से 35 साल तक के हर बेरोजगार युवा को बेरोजगारी भत्ता दिया जाए।
3. पिछले 10 वर्षों में प्रतियोगी परीक्षाओं में हुई अनियमितता और पेपर लीक की जांच एवं दोषियों पर की गई कार्रवाई पर श्वेत पत्र जारी किया जाए।
4. लोकतंत्र की जननी बिहार को लाठितंत्र बनाने वाले दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई की जाए।
5. बिहार की सरकारी नौकरियों में बिहार के युवाओं को कम से कम दो तिहाई हिस्सेदारी सुनिश्चित करने के लिए डोमिसाइल नीति लागू की जाए।
हमने मुख्य सचिव के माध्यम से सरकार को प्रशांत किशोर के बिगड़ते स्वास्थ्य के बारे में अवगत कराया है और छात्रों की मांगों पर विचार करने का अनुरोध किया है : मनोज भारती
इसके बाद मनोज भारती ने मीडिया से बातचीत की और बताया हमने अपने ज्ञापन में बताया है कि हमने सचिव से कहा है कि जल्दी से जल्दी छात्रों की मांगों पर विचार किया जाए और एक शिष्ट मंडल को मुख्यमंत्री से मिलवाने की कोशिश की जाए इसके बाद ही प्रशांत किशोर अनशन पर विचार करेंगे। मनोज भारती ने राजनीतिक आरोपों पर जवाब देते हुए कहा कि आरोप– प्रत्यारोप के बदले जरा वो छात्रों की मांगों लेकर जिस तरह का सत्याग्रह किया जा रहा वहां सत्याग्रह कर के दिखाए फिर उनके आरोपों पर हम जवाब देंगे।
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