- 44 घाटों पर स्नान, हेलिकॉप्टर से बरसाए गए फूल, एनएसजी कमांडो रख रहे नजर, आज मकर संक्रांति पर 3 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालु करेंगे संगम स्नान
- संगम में डुबकी लगाने वालों में विदेश से आए तीर्थयात्री भी शामिल, श्रद्धालु बस और रेलवे स्टेशन से 10-12 किमी पैदल चलकर संगम पहुंच रहे हैं
सीएम योगी ने दी शुभकामनाएं
सीएम योगी ने अपने ट्वीट में लिखा, ’मानवता के मंगलपर्व ’महाकुंभ 2025’ में ’पौष पूर्णिमा’ के शुभ अवसर पर संगम स्नान का सौभाग्य प्राप्त करने वाले सभी संतगणों, कल्पवासियों, श्रद्धालुओं का हार्दिक अभिनंदन. प्रथम स्नान पर्व पर आज 1.65 करोड़ सनातन आस्थावानों ने अविरल-निर्मल त्रिवेणी में स्नान का पुण्य लाभ अर्जित किया. आज पौष पूर्णिमा का अमृत स्नान है. सुबह से ही श्रद्धालु गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती नदी के संगम में डुबकी लगा रहे हैं. प्रथम स्नान पर्व को सकुशल संपन्न कराने में सहभागी महाकुम्भ मेला प्रशासन, प्रयागराज प्रशासन, यूपी पुलिस, नगर निगम प्रयागराज, स्वच्छाग्रहियों, गंगा सेवा दूतों, कुम्भ सहायकों, धार्मिक-सामाजिक संगठनों, विभिन्न स्वयंसेवी संगठनों तथा मीडिया जगत के बंधुओं सहित महाकुम्भ से जुड़े केंद्र व प्रदेश सरकार के सभी विभागों को हृदय से साधुवाद! पुण्य फलें, महाकुम्भ चलें.
महाकुंभ में हुई पुष्पवर्षा
महाकुंभ में आए हुए श्रद्धालुओं पर यूपी की योगी सरकार ने हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा कराई है. शाम 4ः05 पर हेलीकॉप्टर संगम क्षेत्र पहुंचा और घाट से लेकर अखाड़ा मार्ग पर हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा की.इससे महाकुंभ क्षेत्र में मौजूद श्रद्धालु खासे आह्लादित नजर आए. 10 मिनट के बाद एक बार फिर से पुष्प वर्षा की गई.
पहला शाही स्नान आज
महाकुंभ का पहला अमृत स्नान मंगलवार को होगा. मकर संक्रांति के अमृत स्नान का ब्रह्म मुहूर्त सुबह 6.15 से शुरू होगा. सबसे पहले महानिर्वाणी अखाड़े के नागा संन्यासी स्नान करेंगे. महानिर्वाणी अखाड़े के साथ श्री शंभू पंचायती अटल अखाड़ा भी स्नान करेगा. सुबह 7ः05 पर निरंजनी अखाड़ा और आनंद अखाड़ा स्नान करेगा. सुबह 8ः00 बजे जूना अखाड़ा, आवाहन अखाड़ा और पंच अग्नि अखाड़ा स्नान करेगा. सुबह 10ः40 पर बैरागी अखाड़े स्नान करेंगे. सबसे पहले 10ः40 पर निर्मोही अनि अखाड़ा स्नान करेगा. 11ः20 पर दिगंबर अनि अखाड़ा स्नान करेगा. 12ः20 पर निर्वाणी अनि अखाड़ा स्नान करेगा. सबसे अंत में उदासीन परंपरा के तीनों अखाड़े स्नान करेंगे. 1ः15 पर पंचायती नया उदासीन अखाड़ा स्नान करेगा. दोपहर 2ः20 पर पंचायती अखाड़ा बड़ा उदासीन स्नान करेगा. सबसे अंत में पंचायती निर्मल अखाड़ा दोपहर 3ः40 पर स्नान करेगा.
बड़े पैमाने पर है तैयारी
महाकुंभ के लिए प्रशासन ने संगम तट पर कुल 41 घाट तैयार किए हैं. इनमें 10 पक्के घाट हैं, जबकि बाकी 31 घाट अस्थायी हैं. मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने कहा, डेढ़ साल से राज्य सरकार मेला प्रशासन के साथ मिलकर इसकी तैयारी कर रही थी. प्रयागराज शहर में और 4,000 हेक्टेयर में फैले मेला क्षेत्र में करीब 7 हजार करोड़ रुपए के कार्य किए गए हैं.
कुंभ में स्नान करने से धुल जाते हैं सारे पाप
मान्यता है कि कुंभ के मेले में स्नान करने से पापों से मुक्ति मिल जाती है. समुद्र के मंथन से निकले अमृत को पाने के लिए देवताओं और राक्षसों में 12 वर्षों तक युद्ध चला. इस युद्ध के दौरान कलश में से जिन स्थानों पर अमृत की बूंदें गिरीं वहां पर कुंभ मेला आयोजित किया जाता है. 12 वर्षों तक युद्ध चलने के कारण ही कुंभ हर 12 वर्षों तक युद्ध चलने के कारण ही कुंभ हर 12 वर्ष में एक बार आता है. महाकुंभ के स्नान को शाही स्नान के नाम से जाना जाता है. यह महाकुंभ संस्कृतियों का संगम भी है, श्रद्धा और समरसता का समागम भी है। ’अनेकता में एकता’ का संदेश देता महाकुम्भ-2025, प्रयागराज मानवता के कल्याण के साथ ही सनातन से साक्षात्कार करा रहा है।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें