- एक शाम शहीदों के नाम कार्यक्रम का आयोजन
कार्यक्रम में वृद्धजनों के अलावा यहां पर युवाओं ने लोगों को देश भक्ति, संयम और खुशी के रंग में रंग दिया। मुख्य आकर्षण देशभक्ति गीतों की भावुक प्रस्तुति रही, इसके साथ ही भगोरिया नृत्य में किसानों की खुशी और उल्लास झलका, ए मेरे प्यारे वतन गाने ने दर्शकों की आंखें की नम, देशभक्ति का जगा जज्बा ए मेरे प्यारे वतन की प्रस्तुति ने श्रोताओं को भावुक कर दिया। यह गीत, जो हर भारतीय के दिल के करीब है, मातृभूमि के प्रति प्रेम और समर्पण की भावना को जीवंत करता है। बोलों की मधुर आवाज में प्रस्तुति ने श्रोताओं के मन में देशभक्ति की लहर दौड़ा दी। मंच पर सादगी भरे अंदाज में गाए गए इस गीत ने एक तरफ देशप्रेम की भावना जगाई तो दूसरी ओर विदेश में बसे भारतीयों की मातृभूमि के प्रति लालसा को व्यक्त किया। यहां पर मौजूद गीतकार राजकुमार सेन ने संदेश आते है, गीत के दौरान दर्शकों में गहरी शांति छा गई। कई लोगों की आंखें नम हो गईं। यह गीत विदेश में बसे भारतीयों की मातृभूमि के प्रति भावनाओं को व्यक्त करता है और हर सुनने वाले के दिल में गहरा प्रभाव छोड़ता है। इस गीत की प्रस्तुति ने एक बार फिर साबित कर दिया कि देशभक्ति के सुर हमेशा दिलों को जोड़ने और प्रेरित करने का कार्य करते हैं। जरा हौले-हौले गाड़ी हांको, कबीर गायन ने दिया संयम और धैर्य का संदेश संत कबीर के अमर दोहों और रचनाओं की गूंज आज भी समाज को नई दिशा देने का कार्य करती है।
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