- समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री ने की कई महत्वपूर्ण घोषणायें
मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में एक माह में सिर्फ 39 मरीज इलाज कराने आते थे। अब 1 माह में औसतन 11 हजार से अधिक मरीज इलाज कराने पहुंच रहे हैं। पहले बिहार में सिर्फ 6 सरकारी मेडिकल कॉलेज थे। अब उनकी संख्या बढ़कर 12 हो गई है। सभी जिलों में मेडिकल कॉलेज खोले जा रहे हैं। पी०एम०सी०एच० को 5400 बेड का वर्ल्ड क्लास अस्पताल बनाया जा रहा है। आई०जी०आई०एम०एस० का भी विस्तारीकरण किया जा रहा है। यहां पर 3000 बेड की सुविधा होगी। हर घर नल का जल, हर घर पक्की गली एवं नाली का निर्माण, हर घर शौचालय, हर घर तक बिजली का कनेक्शन जैसी मूलभूत सुविधाएं लोगों तक पहुंचा दी गई हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि पंचायती राज संस्थाओं एवं नगर निकायों में महिलाओं को 50 प्रतिशत आरक्षण दिया गया, इसके तहत अब तक 4 चुनाव हो चुके हैं। बड़ी संख्या में महिलाएं चुनकर आई हैं। हमलोगों ने महिलाओं के उत्थान के लिए हर प्रकार से काम किया है। वर्ष 2013 में पुलिस की बहाली में महिलाओं को 35 प्रतिशत आरक्षण दिया गया, जिसका नतीजा है कि बिहार पुलिस बल में महिलाओं की भागीदारी काफी बढ़ी है। वर्ष 2016 से हमलोगों ने सभी सरकारी नौकरियों में महिलाओं को 35 प्रतिशत आरक्षण दिया। पहले बिहार में स्वयं सहायता समूहों की संख्या काफी कम थी। हमलोगों ने वर्ष 2006 में विश्व बैंक से कर्ज लेकर स्वयं सहायता समूहों की संख्या बढ़ाने का काम शुरू किया। बिहार में अब स्वयं सहायता समूहों की संख्या 10 लाख 61 हजार हो गई है, जिनसे 1 करोड़ 31 लाख जीविका दीदियां जुड़ी हैं। जीविका दीदियों में काफी कॉन्फिडेंस आया है, अपनी बातों को वे अच्छे ढंग से रखती हैं। उनके रहन-सहन और जीवन शैली में काफी बदलाव आया है। स्वयं सहायता समूह से जुड़ी महिलाओं का नाम जीविका दीदी हमलोगों ने ही दिया है, जिससे प्रेरित होकर उस समय की केंद्र सरकार ने भी इसे अपनाया और उसका नाम आजीविका दिया। हमलोगों के काम का असर पूरे देश पर पड़ता है। बिहार में अब शहरी क्षेत्रों में भी स्वयं सहायता समूहों का गठन शुरू कराया गया है, जिनमें अब तक 26 हजार जीविका दीदियां जुड़ी हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमलोगों ने 10 लाख लोगों को सरकारी नौकरी देने का लक्ष्य निर्धारित किया था, जिसे बढ़ाकर 12 लाख किया गया है। अब तक 9 लाख लोगों को सरकारी नौकरी दे दी गई है। इसके अलावा 10 लाख लोगों को रोजगार देने का लक्ष्य निर्धारित किया गया था। अब तक 24 लाख लोगों को रोजगार मुहैया कराया गया है। वर्ष 2025 में 12 लाख लोगों को सरकारी नौकरी तथा 34 लाख लोगों को रोजगार मुहैया करा दिया जाएगा। हमलोगों ने सभी वर्गों के उत्थान के लिए काम किया है। मदरसों को सरकारी मान्यता दी गई है। हमलोगों ने बिहार में जाति आधारित गणना कराई जिसमें 94 लाख गरीब परिवारों को चिह्नित किया गया है, जो हर जाति से जुड़े हैं। ऐसे गरीब परिवारों को प्रति परिवार 2 लाख रुपये की आर्थिक मदद दी जा रही है ताकि वे अपना जीविकोपार्जन कर सकें। मुख्यमंत्री ने कहा कि मधुबनी जिले में विकास के कई कार्य किए गए हैं। यहां इंजीनियरिंग कॉलेज, पॉलिटेक्निक संस्थान, महिला आई०टी०आई०, सभी अनुमंडलों में आई०टी०आई०, जी०एन०एम० संस्थान, पारा मेडिकल संस्थान, जननायक कर्पूरी ठाकुर छात्रावास का निर्माण कराया गया है। मधुबनी में 515 करोड़ रुपये की लागत से मेडिकल कॉलेज बनाया जा रहा है। सौराठ में मिथिला चित्रकला संस्थान संग्रहालय का निर्माण कराया गया है। वर्ष 2012 में सेवा यात्रा के दौरान हमने इसकी घोषणा की थी। इस संस्थान में मधुबनी चित्रकला का प्रशिक्षण दिया जाता है। अररिया संग्राम में मिथिला हाट का वर्ष 2023 में उद्घाटन किया गया। मधुबनी जिला में पथों एवं पुलों का निर्माण कराया गया है। साथ ही बाढ़-बचाव राहत कार्य कराए गए हैं। 76 पंचायत सरकार भवनों का निर्माण कराया गया है। इस जिले में जो भी पंचायत सरकार भवन बचे हुए हैं जिलाधिकारी उसका शीघ्र निर्माण कराएं। पंचायतों को सम्मान देने के लिए ही हमने पंचायत सरकार भवन नाम दिया। यहां 7 पावर ग्रिड का निर्माण कराया गया। 41 पावर उपकेंद्र बनाए गए। 51 कृषि फीडर का निर्माण कराया गया। इच्छुक किसानों को विद्युत कनेक्शन दिया जा रहा है। मधुबनी जिले के लिए इन सब कामों के अलावा और भी जिन कामों के संबंध में सुझाव आएंगे उस पर काम किया जाएगा। उन्होंने ने कहा कि हम दो बार गलती से इधर से उधर चले गए थे। हमारा संबंध वर्ष 1995 से है। श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी की सरकार में हम केंद्र में मंत्री थे। वे मुझे बहुत मानते थे। उन्होंने ही मुझे बिहार का मुख्यमंत्री बनाया। हम सब मिलकर बिहार के विकास के लिए काम करते रहेंगे, बिहार को आगे बढ़ाएंगे।
मधुबनी जिले में लोगों की मांगों के संबंध में मुख्यमंत्री की महत्वपूर्ण घोषणायें
- मधुबनी जिले में कमला नदी से मरने कमला-पुरानी कमला जीवछ नदी की इंटर लिंकिंग का कार्य किया जायेगा। इससे जिले में बाढ़ नियंत्रण के साथ सिंचाई की सुविधा होगी।
- पश्चिमी कोसी नहर के बिदेश्वरस्थान उप शाखा नहर एवं उग्रनाथ शाखा नहर का सुदृढ़ीकरण एवं विस्तारीकरण किया जायेगा।
- आज इस मिथिला हाट में समीक्षा बैठक हो रही है, इस मिथिला हाट का और विस्तारीकरण किया जायेगा।
- मधुबनी में अंतर्राज्यीय बस अड्डे का निर्माण कराया जायेगा, इससे लोगों को आवागमन की बेहतर सुविधा होगी।
- जयनगर शहीद चौक के पास आर०ओ०बी० का निर्माण कराया जायेगा।
- मधुबनी शहर के लिए रिंग रोड का निर्माण किया जायेगा, जिसके तहत कनकपुर से जगतपुर तक सड़क निर्माण कराया जाएगा तथा इसे पंडौल बाईपास से जोड़ा जाएगा।
- जिले में एन0एच0-27 के समीप लौकही प्रखंड में बनगामा गाँव के समीप लगभग 500 एकड़ जमीन में औद्योगिक क्षेत्र का विकास किया जायेगा।
- मधुबनी जिला मुख्यालय स्थित हवाई अड्डे को छोटे विमानों के लिए 'उड़ान योजना' में शामिल करने हेतु केन्द्र सरकार से अनुरोध किया जायेगा।
- मधुबनी जिला में स्थित माँ सीता एवं प्रभु श्रीराम के प्रथम मिलन स्थल 'फुलहर स्थान' को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जायेगा।
समीक्षा बैठक में मधुबनी जिला के जिलाधिकारी श्री अरविंद कुमार वर्मा ने प्रतीक चिह्न हरित पौधा भेंटकर मुख्यमंत्री का स्वागत किया। मुख्यमंत्री ने समीक्षा बैठक के पूर्व मिथिला हाट का निरीक्षण किया और इसकी प्रशंसा की। समीक्षा बैठक में उप मुख्यमंत्री श्री सम्राट चौधरी, जल संसाधन सह संसदीय कार्य मंत्री श्री विजय कुमार चौधरी, खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री सह मधुबनी जिले की प्रभारी मंत्री श्रीमती लेशी सिंह, उद्योग सह पर्यटन मंत्री श्री नीतीश मिश्रा, परिवहन मंत्री श्रीमती शीला कुमारी, सांसद श्री संजय कुमार झा, सांसद श्री रामप्रीत मंडल, सांसद श्री अशोक कुमार यादव, विधायक श्री विनोद नारायण झा, विधायक श्री रामप्रीत पासवान, विधायक श्री अरुण शंकर प्रसाद, विधायक श्री सुधांशु शेखर, विधायक श्री हरिभूषण ठाकुर बचौल, विधायक श्रीमती मीना कुमारी, विधायक श्री समीर कुमार महासेठ, विधान पार्षद श्री घनश्याम ठाकुर, जिला परिषद् अध्यक्ष श्रीमती बिंदु गुलाब यादव, महापौर श्री अरुण राय, अन्य जनप्रतिनिधिगण, मुख्य सचिव श्री अमृत लाल मीणा, पुलिस महानिदेशक श्री विनय कुमार, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव डॉ० एस० सिद्धार्थ, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी श्री गोपाल सिंह, विभिन्न विभागों के अपर मुख्य सचिव/प्रधान सचिव/सचिव, दरभंगा प्रमंडल के आयुक्त श्री मनीष कुमार, दरभंगा प्रक्षेत्र की पुलिस उप महानिरीक्षक श्रीमती स्वपना गौतम मेश्राम, मधुबनी के जिलाधिकारी श्री अरविन्द कुमार वर्मा एवं मधुबनी के पुलिस अधीक्षक श्री योगेंद्र कुमार सहित अन्य वरीय अधिकारी उपस्थित थे।
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