- 19 जनवरी को पटना के आइएमए हॉल में होगा समागम, दीपंकर भट्टाचार्य होंगे मुख्य वक्ता
- जनमुद्दों व जनसंघर्षों का समागम में होगा जुटान, 9 मार्च को आयोजित बदलो बिहार महाजुटान की तैयारी में आयोजित हैं समागम
समागम की शुरुआत 18 जनवरी से होगी
‘बदलो बिहार समागम’ की शुरुआत 18 जनवरी को मुंगेर प्रमंडल के समागम से होगी। इसके बाद समागम की मुख्य गतिविधियां पटना सहित राज्य के अन्य प्रमंडल मुख्यालयों पर आयोजित की जाएंगी। पटना में 19 जनवरी को आइएमए हॉल में आयोजित होने वाले मुख्य समागम में माले के महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य मुख्य वक्ता होंगे। इसके अतिरिक्त माले के अन्य वरिष्ठ नेता भी राज्य के विभिन्न हिस्सों में आयोजित समागम को संबोधित करेंगे। माले महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य के अलावा सहरसा, दरभंगा, भागलपुर, पूर्णिया जैसे प्रमुख केंद्रों पर भी समागम होंगे, जहां पार्टी के केंद्रीय नेता लोगों को संबोधित करेंगे।
पटना के समागम में विभिन्न संगठनों की भागीदारी
पटना में आयोजित समागम में कई महत्वपूर्ण सामाजिक और राजनीतिक संगठन भी शामिल होंगे। इनमें अखिल भारतीय किसान महासभा, एआईपीएफ (आल इंडिया पीपल्स फ्रंट), ऐक्टू (आल इंडिया ट्रेड यूनियन कांग्रेस), इंसाफ, ऐपवा, कर्मचारी संगठन, जसम (जन समाज मोर्चा), सेकुलर सेवा मंच, मोमिन फ्रंट, झुग्गी झोपड़ी वासी संघ, फुटपाथ दुकानदार संगठन, विश्वविद्यालय शिक्षकों का संगठन, बीपूटा, स्कूली शिक्षकों का संगठन, जल्ला किसान संघर्ष समिति, ऑटो चालक यूनियन, ई रिक्शा संगठन, आइसा (आल इंडिया स्टूडेंट्स एसोसिएशन), आइलाज, आरवाइए (रूरल युथ एसोसिएशन), महिला विकास समिति, बिहार विद्यालय रात्रि प्रहरी संघ, दलित अधिकार मंच, ऑल इंडिया मेडिकल स्टूडेंट्स एसोसिएशन, जस्टिस डेमोक्रेटिक फोरम (सामाजिक संगठनों का साझा मंच), स्ट्रीट चिल्ड्रेन और अन्य कई सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधि इस समागम में भाग लेंगे। इसके अलावा, डीडीटी छिड़काव कर्मचारी संघ, भारत जान विज्ञान समिति, पावर जूनियर इंजीनियर एसोसिएशन, उर्दू टीईटी उत्तीर्ण शिक्षक संघ, ललित कला युवा संगठन, और विद्युत मानव बल सहित विभिन्न क्षेत्रीय संगठनों और समाज के विभिन्न वर्गों के लोग समागम में भाग लेंगे। यह समागम ‘बदलो बिहार’ के नारे को फैलाने के लिए किया जा रहा है, जिसका उद्देश्य बिहार में सभी वर्गों के लोगों को एक समान अधिकार, सम्मान और न्याय की गारंटी देना है। इस समागम के जरिए बिहार के विभिन्न हिस्सों में एकजुटता और सामूहिक संघर्ष को प्रोत्साहित किया जाएगा। समागम में विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधि और आम नागरिक एकजुट होकर बिहार में बदलाव की ओर कदम बढ़ाएंगे। आयोजन समिति ने जनता से अपील की है कि वे इस पहल में बढ़-चढ़कर हिस्सा लें और न्यायपूर्ण बिहार के निर्माण में अपनी भूमिका निभाएं। यह समागम बिहार में हर वर्ग के लोगों को उनके अधिकार दिलाने के लिए एक निर्णायक कदम साबित होगा। गया में 23 जनवरी को मगध प्रमंडल का समागम होगा। इसके बाद नालंदा में 2 फरवरी को और सिवान में 26 जनवरी को समागम आयोजित किए जाएंगे। इन समागमों में माले के प्रमुख नेता और जनसंगठनों के प्रतिनिधि भाग लेंगे।
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