- उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, असम, पश्चिम बंगाल और ओडिशा से आए युवाओं से जिलाधिकारी के किया संवाद।
इस कार्यक्रम के माध्यम से, युवा सीमा क्षेत्रों में रहने वाले लोगों के साथ जुड़ सकते हैं और उनकी समस्याओं को समझ सकते हैं। साथ ही, वे अपने कौशल और ज्ञान को साझा करके समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाने में योगदान कर सकते हैं। उन्होंने उपस्थित युवाओं को बिहार की संस्कृति विशेषकर मिथिला की संस्कृति से संबंधित विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने मधुबनी जिले की भौगोलिक,ऐतिहासिक एवं सांस्कृतिक विरासत को साझा किया।उन्होंने विकसित होते बिहार की एक संक्षिप्त रूप रेखा भी प्रस्तुत किया। उन्होंने कहा कि आज के युवा ही भारत के भविष्य है। उन्होंने नशा के दुष्प्रभाव की विस्तार से चर्चा करते हुए युवाओं से अपील किया कि उन्हें हर प्रकार की नशे से दूरी बनाकर रखनी चाहिए,साथ ही मोबाइल की लत नहीं पड़े,इसे लेकर भी युवाओं को सावधान रहना चाहिए।उन्होंने प्रजातंत्र की जननी लिच्छवी गणराज्य,नालंदा विश्विद्यालय, मौर्या साम्राज्य, आर्यभट्ट,चाणक्य के साथ साथ आधुनिक बिहार के संदर्भ में युवाओं को विस्तार से जानकारी दी।
कार्यक्रम के दौरान इंटरेक्शन सेशन में उत्तर प्रदेश के तरुण गहलौत, मोहित शर्मा, ओडिशा के ओम आकाश और असम के दीपांकर ओझा ने जिला पदाधिकारी एवं अन्य अतिथियों से संवाद किया। असम के दीपांकर ओझा ने भारत की युवा शक्ति के सशक्तिकरण एवं बॉर्डर एरिया यूथ एक्सचेंज प्रोग्राम के जरिए राष्ट्रीय एकता को मजबूत करने पर प्रकाश डाला। वहीं, यूपी के मोहित शर्मा और तरुण गहलौत तथा ओडिशा के ओम आकाश ने बिहार के प्राचीन इतिहास और यहां की शैक्षणिक धरोहर से देश की सभ्यता के जुड़ाव को रेखांकित किया। जिलाधिकारी ने बड़ी ही सहजता से युवाओं के प्रश्नों का जवाब दिया। उन्होंने अतिथि युवाओं को मधुबनी के मिथिला हाट,मिथिला चित्रकला संस्थान,एसएसबी कैंप सहित महत्वपूर्ण स्थलों के परिभ्रमण के लिए युवा अधिकारी को निर्देशित किया। कार्यक्रम के सफल संचालन में सूरज कुमार मंडल, ललित कुमार झा, पूर्णिमा कुमारी, मनीषा कुमारी, अमन कुमार, नंदन, सोनू, कौशल किशोर आदि का विशेष योगदान रहा।
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