स्थानीय समाजसेवी सिद्धनाथ के अनुसार, "हर घर नल जल योजना बिहार में जल संकट को दूर करने के लिए एक महत्वाकांक्षी परियोजना है। इसका उद्देश्य हर घर तक स्वच्छ पेयजल पहुंचाना है, ताकि जल जनित बीमारियों को कम किया जा सके और लोगों को सुरक्षित जल उपलब्ध हो। लेकिन योजना के क्रियान्वयन में गंभीरता की कमी के कारण यह अपनी पूरी क्षमता से सफल नहीं हो पा रही है। हालांकि, नगर निगम और संबंधित विभाग कई बार नागरिकों की शिकायतों पर त्वरित कार्रवाई करते हैं, लेकिन समस्या के स्थायी समाधान के लिए सुनियोजित रखरखाव की आवश्यकता है। इसके लिए एक निगरानी तंत्र बनाना जरूरी है, जो समस्या उत्पन्न होने से पहले ही उसका समाधान निकाल सके।" जल जीवन मिशन की वेबसाइट पर उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार, जनवरी 2025 तक बिहार के 95.71% घरों में स्वच्छ पेयजल की सुविधा उपलब्ध कराई जा चुकी है। खगड़िया, मधेपुरा और शेखपुरा जिलों में 100% लक्ष्य प्राप्त हो चुका है, जबकि राजधानी पटना में 96.61% लक्ष्य हासिल किया जा चुका है। इसके अतिरिक्त, राज्य सरकार द्वारा भी स्वच्छ जल योजना के तहत गांवों से लेकर शहरों तक स्वच्छ पेयजल की उपलब्धता सुनिश्चित करने पर ध्यान दिया जा रहा है। राज्य सरकार 1.63 करोड़ परिवारों को नल के माध्यम से जलापूर्ति कर रही है, जिससे ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों को लाभ मिल रहा है। कई जिलों में प्रतिदिन छह घंटे जलापूर्ति की जा रही है, जिससे जल संकट की समस्या काफी हद तक हल हुई है।
फिर भी, कई घरों को नियमित रूप से स्वच्छ जल उपलब्ध नहीं हो पा रहा है। इसके पीछे रखरखाव की कमी एक बड़ी समस्या मानी जा सकती है। इसके समाधान के लिए कुछ ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है। जैसे पाइपलाइन और जलाशयों की नियमित निगरानी एवं रखरखाव सुनिश्चित किया जाए, मोबाइल जल परीक्षण प्रयोगशालाएं शुरू की जाए, ताकि मौके पर पानी की गुणवत्ता की जांच और सुधार किया जा सके। इसके अलावा प्रशासन और विभागों के साथ-साथ सामाजिक स्तर पर भी जल संरक्षण, स्वच्छता और जल उपयोग के प्रति लोगों को जागरूक करने की आवश्यकता है। वहीं इस अभियान में स्थानीय स्तर पर संचालित स्कूलों और आंगनबाड़ी केंद्रों को भी जोड़ा कर बहुत हद तक समस्या का समाधान निकाला जा सकता है। बहरहाल, चुनौतियों के बावजूद हर घर नल जल योजना बिहार के ग्रामीण और अदालतगंज जैसी स्लम बस्तियों में रहने वाले लोगों के जीवन को बेहतर बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। यह सच है कि अभी भी कुछ क्षेत्रों में जल आपूर्ति और गुणवत्ता को लेकर समस्याएं बनी हुई हैं, लेकिन सरकार और स्थानीय एजेंसियां इनके समाधान के लिए लगातार प्रयास कर रही हैं, जो सराहनीय है। यदि सुधारों को सही तरीके से लागू किया जाए, तो न केवल हर घर को स्वच्छ जल उपलब्ध कराने का लक्ष्य आसानी से प्राप्त किया जा सकता है, बल्कि स्वस्थ बिहार की परिकल्पना भी साकार हो सकती है।
प्रिया रानी
पटना, बिहार
(चरखा फीचर्स)
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