डॉ. नितिन बाघमारे का यह शोध कार्य पर्यावरण संरक्षण के संदर्भ में विशेष उपयोगी है, उन्होंने जल प्रदूषण के कारण जलीय वनस्पतियों और जंतुओं के संरक्षण हेतु शोध अध्ययन प्रस्तुत कर जैविक संरक्षण की दिशा में सार्थक प्रयत्न किया है। डॉ. बाघमारे की इस रेखांकनीय सफलता पर महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. राम कुमार चौकसे वरिष्ठ प्राध्यापक डॉ. अमिता जोशी, डॉ. संजय चौधरी, डॉ. हंसा व्यास, डॉ. कमल वाधवा, डॉ. डॉ. के. जी. मिश्र, आलोक मित्रा, डॉ. राजीव शर्मा, डॉ. आर.के. दीवान, डॉ. रवि उपाध्याय, डॉ. आर.एस. बोहरे, डॉ. योगेश खंडेलवाल, प्रो. जी.पी. रैकवार, डॉ. मीना कीर सहित महाविद्यालय के अतिथि विद्वानो जनभागीदारी शिक्षको एवं कार्यालय कर्मकरियों और विद्यार्थियों ने उन्हें बधाई दी।
भोपाल (रजनीश के झा)। प्रधानमंत्री कॉलेज आफ एक्सीलेंस शासकीय नर्मदा महाविद्यालय में विगत 12 वर्षों से अध्यापन कार्य कर रहे पर्यावरणविद नितिन कुमार बाघमारे को मध्यांचल प्रोफेशनल विश्वविद्यालय भोपाल द्वारा "इम्पैक्ट ऑफ कैचमेंट एरिया एक्टिविटीज ऑन वाटर क़्वालिटी एंड जूपलंकटं डाइवर्सिटी इन नर्मदा रिवर" विषय पर पी-एच.डी. की उपाधि प्रदान की गईं। डॉ. नितिन कुमार बाघमारे को यह उपाधि प्राणिशास्त्र विषय में विज्ञान एवं आईटी संकाय के अंतर्गत डॉ. मंगलेश कुमार जावलकर के निर्देशन में सफलतापूर्वक शोध कार्य पूर्ण करने के उपलक्ष्य में प्रदान की गई । बाघमारे अनेक वर्षों से ज्वलंत सामाजिक विषयों पर लेखन कार्य करते हुए सामाजिक समस्याओं और उनके समाधानों के प्रति ध्यान आकृष्ट कराते रहे हैं । उनके लेख अनेक प्रतिष्ठित राष्ट्रीय पत्रिकाओं एवं समाचार पत्रों में प्रकाशित हुए हैं।
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