इसके उपरांत सभी किसानों को चौर में मछली पालन की तकनीकों के बारे में जानकारी देने हेतु समस्तीपुर के सोनमार चौर ले जाया गया। सोनमार चौर सामूहिक मत्स्य पालन के लिए बिहार में बहुत लोकप्रिय माना जाता है, जहां पर सभी प्रशिक्षु किसान मत्स्य बीज उत्पादन और बाढ़ ग्रस्त भूमि में सामूहिक रूप से मत्स्य पालन के प्रति जागरूक हुए। सोनमार चौर के प्रगतिशील तथा सफल किसान श्री सुनील कुमार ने मत्स्य पालन के लिए चौर विकास में उत्पन्न होने वाली कठिनाइयों एवं उनके समाधानों पर विस्तृत चर्चा की। किसानों के लिए यह प्रक्षेत्र भ्रमण डॉ. तारकेश्वर कुमार, डॉ. विवेकानंद भारती एवं श्री अमितेश कुमार के संरक्षण में आयोजित किया गया। यह प्रशिक्षण कार्यक्रम संस्थान के निदेशक डॉ. अनुप दास के मार्गदर्शन में 18 से 22 मार्च 2025 तक चलाया जाएगा।
पटना (रजनीश के झा)। भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के पूर्वी अनुसंधान परिसर, पटना में अररिया जिले के किसानों की आजीविका के स्तर में सुधार हेतु प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाया जा रहा है। इस कार्यक्रम के दौरान किसानों में मत्स्य पालन के प्रति जिज्ञासा उत्पन्न करने के लिए प्रक्षेत्र भ्रमण की व्यवस्था की गई। प्रक्षेत्र भ्रमण में अररिया जिले के सभी 30 किसानों को मत्स्य बीज उत्पादन के तरीकों की विस्तृत जानकारी के लिए जंदाहा के चौधरी मत्स्य बीज केंद्र ले जाया गया। इस बीज केंद्र के संचालक श्री त्रिपुरारी चौधरी ने मत्स्य बीज उत्पादन की विधियों की जानकारी किसानों के साथ साझा की।
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