- ’सामाजिक और बौद्धिक संगठनों के साथ बिहार कांग्रेस प्रभारी ने की अहम बैठक’
बूथ कमिटी निर्माण में सहयोग करें.सामाजिक संगठनों के साथ कांग्रेस मजबूती से खड़ी रहेगी. सिविल सोसायटी के विभिन्न लोगों ने अपनी बातों को प्रभारी कृष्णा अल्लवारू और प्रदेश अध्यक्ष डॉ अखिलेश प्रसाद सिंह के समक्ष रखी जिनको उन्होंने ध्यान से सुना और उन पर काम करने की पहल भी की. बैठक में बिहार कांग्रेस के अध्यक्ष डॉ अखिलेश प्रसाद सिंह ने कहा कि वर्तमान दौर में कांग्रेस को सामाजिक तौर पर मजबूत करने में स्वयंसेवी संस्थाओं, सामाजिक संगठनों और सिविल सोसायटी के बौद्धिक वर्गों की बेहद जरूरत है.उन्होंने कहा कि आज बिहार राज्य कोल्ड स्टोरेज की कमी, किसानों की आमदनी में कमी, बिहार की प्रति व्यक्ति आय के निम्न होने और पटना विश्वविद्यालय को केंद्रीय विश्वविद्यालय बनाने की बात लगातार कहने वाली भाजपा नेतृत्व वाली नरेंद्र मोदी सरकार ने बंटाधार कर रखा है.कांग्रेस की ओर से सदन में भी कांग्रेस के सदस्यों ने इस समस्या को उठाया.नीति आयोग की सरकारी रिपोर्ट में भी बिहार के बदहाल स्थिति को बताया गया.राज्य में उद्योग धंधे बंद पड़े हैं. इसको शुरू करने के लिए राज्य और केंद्र की सरकार ने कुछ कदम नहीं उठाए। बिहार में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आकर बोली लगाकर चले जाते हैं लेकिन समस्याएं मुंह बाएं खड़ी रहती है.
कार्यक्रम का संयोजन रिसर्च विभाग के चेयरमैन और प्रवक्ता आनंद माधव ने किया.बैठक का संचालन रिसर्च विभाग की डॉ मधुबाला ने किया. सामाजिक संगठनों और बौद्धिक वर्ग के साथ बैठक में बिहार कांग्रेस के प्रभारी कृष्णा अल्लवारू, बिहार कांग्रेस अध्यक्ष डॉ अखिलेश प्रसाद सिंह, प्रभारी सचिव द्वय सुशील कुमार पासी और शाहनवाज आलम, एआईसीसी संचार विभाग के संयोजक अमिताभ दुबे, रिसर्च विभाग के चेयरमैन और प्रवक्ता आनंद माधव, कोषाध्यक्ष निर्मल वर्मा, मीडिया विभाग के चेयरमैन राजेश राठौड़, प्रवक्ता डॉ स्नेहाशीष वर्धन पाण्डेय, डॉ मधुबाला, डॉ शशि सिंह, कुमार गौरव सहित सिविल सोसायटी के अनिल राय, अक्षय कुमार, चंद्र भूषण, लिमा जॉर्ज, नवेंदु जी, रामाशीष रॉय, राजीव कुमार, सिस्टर डोरोथी फर्नांडीज, सुरेश कुमार, स्वप्न मजूमदार, प्रदीप प्रियदर्शी, तारकेश्वर सिंह, महेंद्र यादव, डॉ राधे श्याम, मधुर कुमार, अशोक प्रियदर्शी, धनंजय कुमार, विजय कांत सिंहा, रूपेश जी, अरशद अजमल, राकेश रॉय, प्रमोद शर्मा सहित अन्य प्रमुख लोग मौजूद रहें.
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