- निह्संगो ईश्वर ने शीर्ष सम्मान प्राप्त किए, बेस्ट प्रोडक्शन, बेस्ट ओरजिनल स्क्रिप्ट और अन्य पुरस्कार जीते।
- अक्षय सिंह ठाकुर को स्वांग:जस की तस के लिए सर्वश्रेष्ठ निर्देशक घोषित किया गया।
- रंजनी घोष (चंदा बेडनी) और सुमन साहा (निह्संगो ईश्वर ) को सर्वश्रेष्ठ प्रमुख अभिनेता का पुरस्कार मिला।
इस फेस्टिवल में 13 विभिन्न प्रतिस्पर्धी विधाओं में पुरस्कार प्रदान किए गए, जो इस प्रकार हैं:
बेस्ट प्रोडक्शन- निह्संगो ईश्वर
बेस्ट डायरेक्टर – अक्षय सिंह ठाकुर- स्वांग :जस की तस
बेस्ट स्टेज डिज़ाइन – सुमन साहा- निह्संगो ईश्वर
बेस्ट लाइट डिज़ाइन- बादल दास- चंदा बेडनी
बेस्ट साउंड और म्यूजिक डिज़ाइन - अक्षय सिंह ठाकुर- स्वांग: जस की तस
बेस्ट कॉस्टूम डिजाइन – राजेश्वरी कोडगु - दशानना स्वपनासिधी
मुख्य भूमिका में सर्वश्रेष्ठ अभिनेता (पुरुष) - सुमन साहा- निह्संगो ईश्वर
मुख्य भूमिका में सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री (महिला) – रंजिनी घोष- चंदा बेडनी
सहायक भूमिका में सर्वश्रेष्ठ अभिनेता (पुरुष) – अभिषेक गौतम- स्वांग : जस की तस
सहायक भूमिका में सर्वश्रेष्ठ अभिनेता (महिला) - चंद्रानी सरकार- निह्संगो ईश्वर
बेस्ट ओरजिनल स्क्रिप्ट- निह्संगो ईश्वर - सुमन साहा और सोहम गुप्ता
बेस्ट एन्सेम्बल – स्वांग: जस की तस, चंदा बेडनी
बेस्ट कोरियोग्राफी –सुभोजित गुहा और मधुमिता चक्रबर्ती चंदा बेडनी
20वें महिंद्रा एक्सीलेंस इन थिएटर अवॉर्ड्स (मेटा) में कई विशिष्ट अतिथियों ने अपनी गरिमामयी उपस्थिति दर्ज कराई, जिनमें एनडीएमसी के अध्यक्ष, केशव चंद्र, साथ ही अनुभवी अभिनेता और लेखक, कबीर बेदी, प्रसिद्ध थिएटर और फिल्म निर्देशक, रजत कपूर, पूर्व राजनयिक और लेखक, विकास स्वरूप, और आशा खरगा, ग्रुप एग्जीक्यूटिव वाईस प्रेसिडेंट- ग्रुप कस्टमर एंड ब्रांड महिंद्रा ग्रुप जैसी प्रसिद्ध हस्तियां शामिल थीं। एक विशेष जूरी उल्लेख में, युवा प्रतिभा साक्षीथा संतोष को जीवंतय माला में दिया की भूमिका में उनके उत्कृष्ट प्रदर्शन के पुरस्कृत किया गया । उनके प्रभावशाली अभिनय ने दर्शकों पर एक अमिट छाप छोड़ी, जिसके लिए वे प्रशंसा के पात्र बनी। भारतीय रंगमंच के एक शिखर उत्सव के रूप में, मेटा रचनात्मक अभिव्यक्ति, संवाद और विविधता को निरंतर प्रोत्साहन देता है, साथ ही उभरती और स्थापित प्रतिभाओं के लिए एक राष्ट्रव्यापी सुअवसर प्रदान करता है। महोत्सव की दर्शकों की भारी उपस्थिति आकर्षित करने और दर्शकों को मंत्रमुग्ध करने की क्षमता आज के सांस्कृतिक परिदृश्य में रंगमंच के बढ़ते महत्व को स्पष्ट रूप से दर्शाती है।
मेटा के बारे में
मेटा, महिंद्रा समूह की सांस्कृतिक पहल का एक प्रमुख हिस्सा है, जिसे अग्रणी मनोरंजन कंपनी टीमवर्क आर्ट्स द्वारा कुशलतापूर्वक संचालित किया जाता है। यह एक ऐसा मंच है जो प्रतिवर्ष भारत के रंगमंच जगत की असाधारण प्रतिभाओं को सम्मानित और पुरस्कृत करता है। मेटा न केवल सर्वश्रेष्ठ प्रस्तुतियों और कलाकारों को मान्यता देता है, बल्कि उन निर्देशकों, लेखकों और डिजाइनरों को भी सम्मानित करता है, जिन्होंने पर्दे के पीछे रहकर इस कला को जीवंत बनाया है। इसका मुख्य उद्देश्य भारत के विशाल और विविध थिएटर उद्योग को प्रोत्साहित करना है, जो विभिन्न क्षेत्रों, भाषाओं और सांस्कृतिक अभिव्यक्तियों में फैला हुआ है। मेटा का प्रयास केवल पुरस्कारों तक सीमित नहीं है, बल्कि इसका लक्ष्य रंगमंच के प्रति जागरूकता और गहरी सराहना पैदा करना है। यह मंच थिएटर कलाकारों और दर्शकों के बीच एक मजबूत संबंध स्थापित करता है, उन्हें प्रेरित करता है और रंगमंच कला के माध्यम से संवाद और सांस्कृतिक आदान-प्रदान को बढ़ावा देता है। मेटा, भारतीय रंगमंच के विकास में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, इसे एक ऐसे मंच के रूप में स्थापित करता है जहाँ कलाकार अपनी कला का प्रदर्शन कर सकते हैं और दर्शकों को नई और प्रेरक कहानियाँ मिल सकती हैं।
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