भाकपा के राष्ट्रीय परिषद की सदस्या राजश्री किरण ने कहा मुकदमा से आंदोलन पर कोई असर नहीं पड़ेगा बल्कि यह और तेज और मजबूत होगा। उन्होंने आरोप लगाया कि आंदोलन भाग ले रही हमारी हजारों महिलाओं का जत्था शांति पूर्ण एवम अनुशासित होकर प्रदर्शन कर रही थी । परन्तु महिला को सुरक्षा देने के बात कहने वाली बिहार सरकार के पदाधिकारियों द्वारा कुछ प्रदर्शनकारी महिलाओं के साथ ड्यूटी पर तैनात सरकारी कर्मी एवं पुलिस बलों के द्वारा दुर्व्यवहार की गया। उनके साथ धक्का मुक्की भी हुई। आने वाले दिनों में जिलेभर के महिलाओं को इकठ्ठा कर समाहरणालय का घेराव किया जायेगा । प्रेस वार्ता के अंत में वक्ताओं ने कहा कि मधुबनी प्रशाशन के खिलाफ मधुबनी मुख्यालय सहित सभी प्रखंड मुख्यालयों में चरणबद्ध आंदोलन किया जायेगा ।
मधुबनी (रजनीश के झा)। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी एवं भारत की कम्युनिस्ट पार्टी मार्क्सवादी मधुबनी जिला सचिव मंडल की ओर भाकपा जिला कार्यालय शहीद भवन मधुबनी में आयोजित एक प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए भाकपा जिला मंत्री मिथिलेश झा ने कहा है कि 20 मार्च 2025 को मधुबनी समाहरणालय पर दोनों वामपंथी दलों के संयुक्त आह्वान पर आयोजित प्रदर्शन में भाग ले रहे आंदोलनकारियों के ऊपर हिंदी दैनिक अखबार में प्रकाशित एवं मधुबनी टाऊन पुलिस निरीक्षक से वार्ता के आधार प्राप्त जानकारी में हुए मुकदमा की भर्त्सना करते है । उन्होंने कहा कि बिहार सरकार खुद एक सांप्रदायिक संस्था के अधीन काम कर रही है । आर एस एस के एजेंडा को मजबूत करने में लगी राज्य सरकार एवं उसके बेलगाम पदाधिकारी लोकतान्त्रिक आंदोलन को कुचलने का असफल प्रयास कर रही है । देश में लोकतान्त्रिक व्यवस्था बहाल करने में शहादतों की लंबी कतार है । संविधान प्रदत्त लोकतांत्रिक आंदोलन को दबाने की नियति से पूर्व सूचना के आधार पर राज्य व्यापी आंदोलन को मधुबनी जिला में कमजोर करने एवं कुचलने की नियति से अनुमति नहीं देना एक शर्मनाक घटना है । भाकपा के राज्य सचिव रामनरेश पांडेय एवं माकपा के राज्य सचिव ललन चौधरी के मौजूदगी में अनुशासित आंदोलन को गलत परिभाषित करते हुए आंदोलकारियों के ऊपर फर्जी मुकदमा करने से नौकरशाहों का असली जनविरोधी कार्यशैली प्रदर्शित करता है । वामपंथी पार्टी हमेशा साम्प्रदायिक एकता के लिए संघर्ष करती है । लेकिन प्रशासनिक अधिकारियों के गलत इरादे के कारण वामपंथी प्रदर्शनकारियों पर सांप्रदायिक दंगा भड़काने का आरोप हास्यास्पद है । प्रेस वार्ता को सीपीएम के जिला सचिवमंडल सदस्य दिलीप झा ने संबोधित करते हुए कहा कि मधुबनी प्रशासन को कम्युनिस्ट पार्टी के बारे में कोई जानकारी नहीं रहना एक दुखद घटना है । विश्व के मानचित्र पर कम्युनिस्ट आंदोलन को सांप्रदायिक ताकतों को कमजोर करने के लिए देखा जाता है परंतु मधुबनी जिला प्रशाशन का यह भ्रामक तथ्य और उसके आधार पर प्रदर्शनकारियों पर किए गए गलत मुकदमा के तानाशाही रवैया को दर्शाता है ।
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