खंडवा : किसानों से समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीदी में फिर छलावा : गजेन्द्र सिंह सोलंकी - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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रविवार, 16 मार्च 2025

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खंडवा : किसानों से समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीदी में फिर छलावा : गजेन्द्र सिंह सोलंकी

  • भाजपा सरकार का वादा फिर साबित हुआ जुमला, किसानों के सब्र का इम्तिहान ले रही सरकार

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खंडवा। किसान कांग्रेस के प्रदेश महासचिव एवं जिला कांग्रेस महामंत्री (ग्रामीण) गजेन्द्र सिंह सोलंकी ने प्रदेश सरकार पर किसानों के साथ वादाखिलाफी और छलावा करने का गंभीर आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार द्वारा समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीदी को लेकर किए गए वादे एक बार फिर खोखले साबित हो रहे हैं। पहले सरकार ने 1 मार्च से खरीदी शुरू करने का एलान किया था, फिर 15 मार्च की नई तिथि घोषित की गई, लेकिन 15 मार्च, शनिवार को भी जिले के किसी भी केंद्र पर किसानों से गेहूं खरीदी शुरू नहीं हुई है। इससे साफ है कि सरकार का वादा फिर एक जुमला बनकर रह गया है। गजेन्द्र सिंह सोलंकी ने प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से कहा कि सरकार किसानों के साथ लगातार धोखा कर रही है। सरकार ने अब तक समर्थन मूल्य पर गेहूं की खरीदी की कोई ठोस व्यवस्था नहीं की है। उन्होंने कहा कि जिलेभर के किसान अपनी उपज लेकर परेशान हो रहे हैं, लेकिन समर्थन मूल्य पर खरीद शुरू नहीं होने से उन्हें बाजार में औने-पौने दामों में अनाज बेचना पड़ रहा है। 


उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि सरकार को यह नहीं भूलना चाहिए कि 31 मार्च तक केसीसी खातों की बकाया राशि बैंकों में जमा करनी है। अगर किसानों की फसल नहीं बिकेगी, तो वे यह राशि कहां से जमा करेंगे? सरकार की इस लापरवाही के कारण किसान डिफाल्टर बन जाएंगे। किसान कांग्रेस की मांग है कि केसीसी की राशि जमा करने की अंतिम तिथि को बढ़ाकर 15 मई 2025 तक किया जाए। यदि सरकार ने किसानों को राहत नहीं दी, तो किसान कांग्रेस किसानों के साथ मिलकर आंदोलन करने के लिए बाध्य होगी। सोलंकी ने यह भी कहा कि सरकार ने समर्थन मूल्य पर 2600 रुपये प्रति क्विंटल की दर से खरीदी के वादे किए थे, लेकिन जिले में अभी तक खरीदी शुरू नहीं हुई है। सरकार की नीयत पर सवाल उठाते हुए उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष की तुलना में तुलाई केंद्रों की संख्या भी घटा दी गई है, जिससे किसानों को अधिक दूरी तक अपनी उपज ले जाकर बेचनी पड़ रही है। इससे किसानों की समस्या और बढ़ गई है, और यह सरकार की दोगली नीति को दर्शाता है। गजेन्द्र सिंह सोलंकी ने अंत में कहा कि अगर भाजपा सरकार किसानों की समस्याओं का शीघ्र निराकरण नहीं करती है, तो किसान कांग्रेस प्रदेशभर में जोरदार आंदोलन करेगी और किसानों का हक दिलाकर ही दम लेगी।

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