- अमेरिका के सामने देश की संप्रभुता को गिरवी रखने का काम कर रही है मोदी सरकार
- सांप्रदायिक व संविधान विरोधी वक्फ संशोधन कानून को वापस लेने की मांग उठाई
पंचायत स्तर पर आयोजित कार्यक्रमों में पार्टी की ओर से जारी अपील का पाठ किया गया और भाजपा और आरएसएस द्वारा संविधान पर हो रहे हमलों, अमेरिका के सामने घुटनाटेक नीतियों, और देश को पीछे ले जाने की सांप्रदायिक साजिशों के खिलाफ पूरी ताकत से संघर्ष करने का संकल्प लिया गया. नेताओं ने इस मौके पर कहा कि देश के अंदर संविधान पर हर रोज़ हमले हो रहे हैं और देश को “हिंदू राष्ट्र” में बदल देने का चौतरफा उन्माद सुनाई पड़ रहा है. ऐसे में हमें बाबा साहब की वह ऐतिहासिक चेतावनी याद रखनी चाहिए कि अगर हिंदू राष्ट्र सचमुच एक वास्तविकता बन जाता है तो इसमें संदेह नहीं कि यह देश के लिए भयानक विपत्ति होगी, क्योंकि यह स्वतंत्रता, समता और बंधुत्व के लिए खतरा है. यह लोकतंत्र से मेल नहीं खाता.हिंदू राज को हर कीमत पर रोका जाना चाहिए. बाबा साहब और कम्युनिस्ट आंदोलन की विरासत को बुलंद करते हुए और संविधान की प्रस्तावना में निहित मूल्यों - न्याय, स्वतंत्रता, समानता और बंधुत्व - को समाज के हर कोने तक पहुँचाने संविधान और लोकतंत्र की रक्षा के लिए एकजुट होने और प्रगतिशील राष्ट्रवाद का झंडा बुलंद करनपे का आह!वान किया गया
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