मुख्य वक्ताओं ने कहा, डॉ. अंबेडकर न केवल एक महान विधिवेता और समाज सुधारक थे, बल्कि उन्होंने सामाजिक न्याय और समानता की नींव रखी। आज उनका दिखाया हुआ मार्ग हमारे लिए प्रेरणा का स्रोत है। उन्होंने युवाओं से आह्वान किया कि वे डॉ. अंबेडकर के विचारों को आत्मसात करें और एक समावेशी समाज के निर्माण में अपना योगदान दें। छात्रों ने निबंध और भाषण प्रस्तुत किए। कार्यक्रम के दौरान मेडिकल छात्र मयंक बघेल, पंकज दर्शिमा और श्रुति अग्रवाल ने डॉ. अंबेडकर पर निबंध और भाषण प्रतियोगिता में भाग लिया इन्होंने डॉ. अंबेडकर के जीवन और कार्यों पर अपने विचार प्रस्तुत किए।
सीहोर। बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर की 134 वीं जयंती स्कूल ऑफ मेडिकल साइंस, सीहोर में भावपूर्वक मनाई गई। भारत रत्न डॉ. भीमराव अंबेडकर की 134 वीं जयंती पर एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि व वक्ता संस्था के कुलपति मुकेश तिवारी एवं संस्था के डीन पीडी महंत ने बाबा साहब डॉ. अंबेडकर के जीवन, संघर्ष और संविधान निर्माण में उनके अतुलनीय योगदान पर प्रकाश डाला ओर छात्र ने भी उनके जीवन और संघर्ष पर प्रकाश डाला.
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