दिल्ली : एल.एन.जे.पी अस्पताल के डाक्टरों व समस्त कर्मचारियों ने निकला कैंडल मार्च - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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सोमवार, 28 अप्रैल 2025

दिल्ली : एल.एन.जे.पी अस्पताल के डाक्टरों व समस्त कर्मचारियों ने निकला कैंडल मार्च

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नई दिल्ली (अशोक कुमार निर्भय )। कश्मीर के पहल गांव में हुए 28 निर्दोष नागरिकों की आतंकवादियों द्वारा निर्मम हत्या के बाद पूरे देश में आक्रोश का ज्वालामुखी फूट पड़ा है। जनता का गुस्सा सड़कों पर साफ दिखाई दे रहा है। इसी क्रम में राजधानी दिल्ली स्थित लोकनायक जय प्रकाश नारायण अस्पताल(एल एन जे पी ) के डॉक्टरों और कर्मचारियों ने आतंकवाद के खिलाफ अपना विरोध दर्ज कराते हुए काला रिबन बांधकर कैंडल मार्च का आयोजन किया। अस्पताल परिसर में निकाले गए इस मौन मार्च में डॉक्टरों, नर्सों, कर्मचारियों और सुरक्षाकर्मियों ने एकजुट होकर शहीद नागरिकों को अपनी भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। कैंडल मार्च के दौरान अस्पताल के उपनिदेशक डॉ. पूरण चंद, चीफ सीएमओ ऋतु सक्सेना, सेनेटरी अधिकारी एस.के. कौशिक, पूर्व प्रधान अस्पताल कर्मचारी यूनियन सुभाष, पूर्व प्रधान धारा सिंह, सुनील, राजेश, शंकर लाल, ललित सैनी, मुकेश, अमित वर्मा, कुमुद और समस्त सी एवं डी श्रेणी के कर्मचारी के साथ-साथ अस्पताल के सुरक्षाकर्मी भी बड़ी संख्या में शामिल रहे।


सभी ने एक स्वर में देश के प्रधानमंत्री से अपील की कि अब समय आ गया है जब पाकिस्तान समर्थित आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक और कठोर कार्रवाई की जाए। उपस्थित लोगों ने कहा कि जिन निर्दोष नागरिकों का कत्लेआम हुआ है, उनके बलिदान को व्यर्थ नहीं जाने देना चाहिए। इस कायराना हमले का ऐसा करारा जवाब दिया जाना चाहिए, जिसे इतिहास भी याद रखे। कैंडल मार्च के दौरान माहौल अत्यंत भावुक था। हाथों में मोमबत्तियां और आंखों में आंसुओं के साथ सभी शहीदों को श्रद्धांजलि दे रहे थे। देशभक्ति के नारों के बीच जब मोमबत्तियों की रोशनी अस्पताल परिसर में फैली, तो पूरा वातावरण शोक और प्रतिरोध की भावना से भर उठा। उपस्थित लोगों ने आतंकवादियों के खिलाफ सख्त कदम उठाने और आतंक को जड़ से खत्म करने की मांग की। डॉक्टरों और कर्मचारियों ने दो टूक कहा कि आतंकवाद को अब और बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। देश के नागरिकों की सुरक्षा सर्वोपरि है और इसके लिए केंद्र सरकार को तुरंत कठोर कदम उठाने चाहिए। इस श्रद्धांजलि सभा ने न सिर्फ आतंकवाद के खिलाफ एकजुटता दिखाई, बल्कि यह भी संदेश दिया कि पूरा देश इस संकट की घड़ी में पीड़ित परिवारों के साथ है।

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