- मंत्रोच्चारण के साथ ध्वज और भूमि पूजन संपन्न हुआ
इस संबंध में जानकारी देते हुए पंडित श्री व्यास ने बताया कि लगातार एक माह तक आयोजित होने वाले इस दिव्य अनुष्ठान में सिद्धपुर की धरा पर सीवन नदी के तट पर नूतन हिन्दु नव वर्ष के प्रथम चैत्र मास की चैत्र सुदी पूर्णिमा से वैशाख सुदी पूर्णिमा तक विशेष शिव शक्ति दिव्य अनुष्ठान शास्त्र अनुसार पितृ हेतु वैशाख माह में जल का दान, घड़े का तथा भगवान शिव पर 1 मास कुंभ द्वारा महाअभिषेक एवं महा पारायण शुभ होता है। जन्म कुण्डली में अशुभ दोषों का निवारण, एवं महादशा, अर्न्तदशा, समस्त रोग, भय, पीड़ा, महामंगल दोष एवं शनि दोष की शांति, अगार मंगल दोष शांति, सर्ववाधा निवारण, पर मंत्र, पर यंत्र, पर तंत्र, शत्रुओं पर विजय पाना, सुख-शांति, ग्रह दोषों का निवारण, धन प्राप्ति, समस्त मनोकामना, मनोवांछित फल प्राप्ति समस्त दोषों का निवारण 1 माह तक चलने वाला दिव्य अनुष्ठान में गणेश अर्थव शीर्ष, श्री महामृत्युंजय जाप, श्री महारूद्र अभिषेक, श्री दुर्गा सप्ताशती (चण्डी पाठ) मंगल चण्डी विधान, श्री रामचरित्र मानस (मास पारायण) सुन्दर काण्ड, हनुमान चालीसा, के यजमान बनने के इच्छुक शिव प्रदोष सेवा समिति से संपर्क कर सकते है। शुक्रवार को बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने एक दर्जन से अधिक कन्याओं का पूजन कर पूर्ण विधि-विधान से दिव्य अनुष्ठान का शुभारंभ किया।

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