कूटनीति का प्रभाव: मोदी सरकार ने विदेश में रह रहे लगभग 10,000 भारतीयों को कैसे मुक्त करवाया - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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शनिवार, 5 अप्रैल 2025

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कूटनीति का प्रभाव: मोदी सरकार ने विदेश में रह रहे लगभग 10,000 भारतीयों को कैसे मुक्त करवाया

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मोदी सरकार के सकारात्मक और निरंतर कूटनीतिक प्रयासों ने पिछले एक दशक में विभिन्न देशों में हजारों भारतीय नागरिकों की रिहाई और माफी को आसान बनाया है। इसका सबसे ताजा उदाहरण संयुक्त अरब अमीरात द्वारा 500 भारतीय कैदियों को माफ करना है, जो भारत और खाड़ी देश के बीच मजबूत द्विपक्षीय संबंधों को दर्शाता है। 2014 से प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व ने कूटनीतिक वार्ता और उच्च-स्तरीय हस्तक्षेप के माध्यम से विदेशों में कैद लगभग 10,000 भारतीयों की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करके विदेश में भारतीय नागरिकों के कल्याण को प्राथमिकता दी है।


राजनयिक प्रयासों के कारण भारतीय नागरिकों की रिहाई के प्रमुख उदाहरण:

• संयुक्त अरब अमीरात द्वारा 2,783 भारतीय कैदियों को क्षमादान:

◦ 2025: रमजान 2025 से पहले, 500 से अधिक भारतीय कैदियों को क्षमादान दिया गया।1

◦ 2024: ईद अल फितर और संयुक्त अरब अमीरात के राष्ट्रीय दिवस से पहले, 944 भारतीय कैदियों को क्षमादान मिला।

◦ 2023: 2023 में संयुक्त अरब अमीरात अधिकारियों द्वारा 700 से अधिक भारतीय कैदियों को क्षमादान दिया गया।

◦ 2022: कुल 639 भारतीय कैदियों को क्षमादान दिया गया।


• सऊदी अरब द्वारा भारतीय नागरिकों की रिहाई:

◦ 2019: क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने भारत की अपनी यात्रा के दौरान 850 भारतीय कैदियों की रिहाई का आदेश दिया, जो एक महत्वपूर्ण कूटनीतिक सफलता थी।2


• कतर द्वारा भारतीय नौसेना के दिग्गजों की रिहाई:

◦ 2023: कतर में भारतीय नौसेना के आठ सदस्यों को मौत की सजा सुनाई गई। भारत सरकार के कूटनीतिक हस्तक्षेप के कारण उनकी सजा कम कर दी गई, जिसके बाद उनमें से अधिकांश को रिहा कर दिया गया।3


• ईरान द्वारा भारतीय कैदियों की रिहाई :

◦ 2024: ईरान द्वारा कुल 77 भारतीय नागरिकों को रिहा किया गया। 

◦ 2023: ईरान ने कुल 43 भारतीयों को रिहा किया, जिनमें 12 मछुआरे भी शामिल थे।


• बहरीन ने 250 भारतीय कैदियों को क्षमादान दिया:

◦ 2019: एक करुणा का कार्य करते हुए, बहरीन सरकार ने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की देश की यात्रा के दौरान जेल में बंद 250 भारतीयों को रिहा किया।4


• कुवैत ने भारतीय कैदियों को रिहा किया:

◦ 2017: कुवैत के अमीर ने कूटनीतिक वार्ता के बाद 22 भारतीयों को रिहा किया और 97 अन्य की सज़ा कम की।


• श्रीलंका ने भारतीय मछुआरों को रिहा किया:

◦ नियमित हस्तक्षेप: श्रीलंका द्वारा हिरासत में लिए गए भारतीय मछुआरों को दोनों सरकारों के बीच बातचीत के बाद बार-बार रिहा किया गया है।

◦ 2014 से अब तक कुल 3697 भारतीय मछुआरों को रिहा किया जा चुका है।6 7


• पाकिस्तान द्वारा भारतीय मछुआरों और कैदियों की रिहाई:

◦ 2014 से अब तक लगातार कूटनीतिक प्रयासों के कारण 2,639 मछुआरों और 71 नागरिक कैदियों की रिहाई हो पाई है।8

इनमें से बहुत सी सफलताएं प्रधानमंत्री श्री मोदी द्वारा वैश्विक नेताओं के साथ साझा किए गए व्यक्तिगत तालमेल के कारण संभव हुई हैं। ये सफल हस्तक्षेप भारत के बढ़ते वैश्विक कूटनीतिक कद और विदेशों में भारतीय नागरिकों की सुरक्षा के लिए मोदी सरकार की अटूट प्रतिबद्धता को दर्शाते हैं।

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