- सपना अवस्थी और विपिन सचदेवा के गायिकी ने मचाया धमाल
अपने संबोधन के दौरान कलराज मिश्र ने कहा कि भदोही जैसे छोटे शहर में इतना बड़ा आयोजन सराहनीय है। उन्होंने कहा कि भदोही का नाम कालीन उद्योग के लिए विश्व प्रसिद्ध है। महोत्सव से आपसी सौहार्द बढ़ता है। तीन दिवसीय भव्य कार्यक्रम में प्रतिभावानों ने न सिर्फ खेल प्रतियोगिताओं में अपना हूनर दिखाया, बल्कि क्रिकेट, बैडमिंटन, वॉलीबॉल, बॉक्सिंग, टेबल टेनिस, मैराथन, कबड्डी, एथलेटिक्स, हॉकी, कुश्ती और खो-खो आदि खेलों में लोगों ने अपना मदखम दिखाया। सोसायटी के सचिव डॉ. एके गुप्ता ने कहा कि आयोजन का मकसद अंतरराष्ट्रीय सहभागिता और सांस्कृतिक आदान-प्रदान को बढ़ावा देना है. यह कलाकारों और विभिन्न संस्कृतियों को एक मंच पर लाकर उनके बीच सांस्कृतिक आदान-प्रदान को बढ़ावा देता है. यह कार्यक्रम सद्भाव और एकता की भावना जगाने का प्रयास करता है. उन्होंने कहा कि भदोही महोत्सव अब सिर्फ़ भदोही ही नहीं बल्कि भारत के विभिन्न शहरों तक अपनी पहचान बना रहा है. डॉ. एके गुप्ता ने संबंधों को मजबूत करने में कला और संस्कृति की भूमिका पर भी जोर दिया और कहा, “भारत की कला और संस्कृति वसुधैव कुटुम्बकम में विश्वास करती है.” विभिन्न संस्कृतियों के कलाकारों को एक मंच पर लाकर, यह महोत्सव कला व संस्कृति के प्रचार-प्रसार में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है. कार्यक्रम के अंत में सोशाइटी के अध्यक्ष कृष्णा मिश्रा ने लोगों का धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम में सीनियर चार्टर्ड एकाउंटेंट आरसी त्रिपाठी व केपी दुबे के अलावा हरीश सिंह का विशेष योगदान रहा।
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