पाइथन काउंसिल, डॉल्फिन इंडिया ट्रस्ट द्वारा संचालित एक अंतरराष्ट्रीय संस्था है जो दिव्यांग खिलाड़ियों और कलाकारों को मंच प्रदान करने के लिए जानी जाती है। यह संस्था केवल खेलों तक सीमित नहीं है, बल्कि कला, संगीत, कविता, चित्रकला, कुश्ती, रथ दौड़ और मैराथन जैसे क्षेत्रों में भी दिव्यांगजनों की प्रतिभा को पहचान दिलाने का कार्य करती है। कमलजीत कौर गिल की नियुक्ति से उम्मीद की जा रही है कि पंजाब और उत्तर भारत के दिव्यांग कलाकारों और खिलाड़ियों को अब इस वैश्विक मंच से अधिक अवसर मिलेंगे। कमलजीत कौर गिल ने अपनी नियुक्ति पर खुशी जाहिर करते हुए कहा कि यह न सिर्फ उनके लिए, बल्कि पंजाब के हर उस दिव्यांग के लिए सम्मान की बात है जो सीमित संसाधनों के बावजूद अपनी प्रतिभा को निखारने का प्रयास कर रहा है। उन्होंने कहा कि उनकी प्राथमिकता दिव्यांगजनों के लिए और अधिक अवसर तैयार करना, उनके प्रशिक्षण की व्यवस्था करना और उन्हें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाना होगा। उनकी यह नियुक्ति न केवल सामाजिक क्षेत्र के लिए प्रेरणास्पद है, बल्कि यह संदेश भी देती है कि समर्पित कार्य और सामाजिक योगदान को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी सराहा जाता है। इससे अन्य समाजसेवियों और संस्थाओं को भी प्रोत्साहन मिलेगा कि वे विशेष रूप से दिव्यांग समुदाय के लिए अधिक काम करें। आने वाले समय में कमलजीत कौर गिल की भूमिका पाइथन काउंसिल के कार्यों में एक नई दिशा देने वाली साबित हो सकती है।
नई दिल्ली। में सामाजिक क्षेत्र में एक बड़ी उपलब्धि के तौर पर समाज सेविका कमलजीत कौर गिल को पाइथन काउंसिल की उपाध्यक्ष नियुक्त किया गया है। यह पहली बार है जब पंजाब को इस वैश्विक स्तर की संस्था में प्रतिनिधित्व मिला है। कमलजीत कौर गिल, जो रिहैबिलिटेशन एंड सेटलमेंट ऑर्गेनाइजेशन की अध्यक्ष हैं, लंबे समय से दिव्यांगजनों के सशक्तिकरण और पुनर्वास के क्षेत्र में काम कर रही हैं। उनके इस कार्य को देखते हुए उन्हें यह नई जिम्मेदारी सौंपी गई है।
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