सीहोर : आज किया जाएगा भागवत कथा का विश्राम, महा प्रसादी का वितरण - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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शनिवार, 5 अप्रैल 2025

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सीहोर : आज किया जाएगा भागवत कथा का विश्राम, महा प्रसादी का वितरण

  • भागवत कथा में धूमधाम से हुआ कृष्ण-रुक्मणी विवाह, झांकी सजाई

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सीहोर। शहर के शुगर फैक्ट्री एक निजी गार्डन में दाने परिवार के तत्वाधान में जारी श्रीमद् भागवत  कथा में छठे दिन श्री कृष्ण और रुक्मणि का विवाह बड़े ही धूमधाम से मनाया गया। विवाह उत्सव के दौरान प्रस्तुत किए गए भजनों के दौरान श्रद्धालु अपने आप को रोक नहीं पाए और जमकर नाचे। इस मौके पर भगवान श्रीकृष्ण और माता रुकमणी की झांकी भी सजाई गई थी। वहीं रविवार की शाम को कथा के विश्राम के पश्चात महाप्रसादी का वितरण किया जाएगा। कथा के छठवे दिन कथा वाचक पंडित गिरिजा शंकर तिवारी ने कहाकि श्रीमद् भागवत कथा सुनने से मनुष्य को भक्ति के लिए ज्ञान की प्राप्ति होती है। उसी के आधार पर उसे मुक्ति मिलती है। कहा कि प्रत्येक प्राणी किसी न किसी तरह से दुखी व परेशान है। कोई स्वास्थ्य से दुखी है, कोई परिवार, कोई धन, तो कोई संतान को लेकर परेशान है। सभी परेशानियों से मुक्ति पाने के लिए ईश्वर की आराधना ही एकमात्र मार्ग है।


उन्होंने कथा के दौरान भगवान श्रीकृष्ण और माता रुकमणी के मंगल का वर्णन करते हुए कहाकि रुक्मणी भगवान की माया के समान थीं, रुक्मणि ने मन ही मन यह निश्चित कर लिया था कि भगवान श्री कृष्ण ही मेरे लिए योग्य पति हैं लेकिन रुक्मिणी का भाई रूकमी श्रीकृष्ण से द्वेष रखता था इससे उसने उस विवाह को रोक कर, शिशुपाल को रुक्मिणी का पति बनाने का निश्चय किया, इससे रुक्मिणी को दुख हुआ। उन्होंने अपने एक विश्वासपात्र को भगवान श्री कृष्ण के पास भेजा साथ ही अपने आने का प्रयोजन बताया। इसके बाद श्री कृष्ण जा पहुंचे। उधर रुक्मणी का शिशुपाल के साथ विवाह की तैयारी हो रही थी। परंतु उनकी प्रार्थना का असर हुआ और श्री कृष्ण का विवाह रुक्मणी के साथ हुआ। कथा सुनने आए श्रद्धालुओं भगवान श्री कृष्ण व रुक्मणी की झांकी के दर्शन किये। दाने परिवार की ओर से अश्वनी दाने, देवेन्द्र दाने, अशोक ठाकुर, भय्यु प्रजापति, रितेश राठौर, सूरज मोर्य, अनमोल, मुकेश मेवाड़ा आदि ने पूजा अर्चना की। 

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