वाराणसी : काशी के 84 घाटों की शृंखला में एक और पक्का घाट - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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मंगलवार, 8 अप्रैल 2025

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वाराणसी : काशी के 84 घाटों की शृंखला में एक और पक्का घाट

  • 11 को पीएम मोदी करेंगे उद्घाटन, चुनार स्टोन की छतरी, गजिबो, चेंजिंग रूम, पूजा के लिए प्लेटफार्म, पार्किंग रैंप आदि की है सुविधाएं

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वाराणसी (सुरेश गांधी)। मोक्ष की नगरी काशी के चमकते-दमकते घाटों की कतारबद्ध श्रृंखला के बीच अब एक पक्का घाट जुड़ेगा। जी हां, काशी के 84 घाटों की शृंखला में अब एक और पक्का घाट जुड़ने जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 11 अप्रैल को इस घाट का उद्घाटन करेंगे। प्रदेश सरकार ने सामनेघाट से रामनगर को जोड़ने वाले ब्रिज के बगल में सामनेघाट पर स्थित कच्चे घाट का पुनर्विकास करके पक्के घाट का निर्माण कार्य पूर्ण करा दिया है। खास यह है कि इस घाट के निर्माण में भी काशी के अन्य ऐतिहासिक घाटों के वास्तुशिल्प का विशेष ध्यान रखा गया है। आधुनिक रूप से बने इस पक्के घाट पर पर्यटकों की सुविधाओं का खास ध्यान रखा गया है।


उत्तर प्रदेश प्रोजेक्ट्स कॉर्पोरेशन लिमिटेड के प्रोजेक्ट मैनेजर के मुताबिक 1055.43 लाख की लागत से इस घाट का पुनर्विकास कराया गया है। इस घाट की लंबाई 110 मीटर है। घाट पर आरती और पूजा के लिए प्लेटफॉर्म, चुनार स्टोन की छतरी, गजिबो, चेंजिंग रूम, हाईमास्ट लाइट, स्ट्रीट लाइट, साइनेज, पीने के पानी, पाथवे, पार्किंग, स्टोन पिचिंग, दिव्यांगजनों व बुजुर्गों के लिए रैंप आदि सुविधा होगी। हॉर्टिकल्चर से घाट की हरियाली और सुंदरता भी बढ़ेगी। बता दें, उत्तर वाहिनी मां गंगा के किनारे काशी के अर्धचन्द्राकार घाट पूरी दुनिया को हमेशा से आकर्षित करती आई है। इसी के मद्देपजर सामने घाट स्थित बने पक्के घाट पर भी स्थानीय लोगों को गंगा स्नान, धार्मिक आयोजनो जैसे छठ और देव दीपावली आदि पर्व मनाने में काफी सहूलियत मिलेगी। दावा है कि काशी के धार्मिक और ऐतिहासिक महत्व वाले घाटों की श्रृंखला से थोड़ा दूर कच्चे घाट के पुनर्विकास से घाट के पक्का होने से धार्मिक पर्यटन बढ़ेगा। इस पर वाटर स्पोर्ट्स एक्टिविटी भी कराने की योजना है।

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