वाराणसी : 48वें इंडिया कार्पेट एक्सपो के दुसरे दिन खूब निकली बिकवाली व पूछपरख - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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मंगलवार, 15 अप्रैल 2025

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वाराणसी : 48वें इंडिया कार्पेट एक्सपो के दुसरे दिन खूब निकली बिकवाली व पूछपरख

  • कैबिनेट मंत्री राकेश सचान व अनिल राजभर ने  कालीन मेले का अवलोकन किया तथा मेले की व्यवस्था और रंग विरंगी कालीनो की की सराहना की

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वाराणसी (सुरेश गांधी)। भारत मंडप्पन, नई दिल्ली में कालीन निर्यात संवर्धन परिषद द्वारा आयोजित इंडिया कार्पेट एक्सपो के 48वें संस्करण के दुसरे दिन मंगलवार को खरीदारों ने खूब बिकवाली व पूछ परख की। खास यह है कि दुनिया भर से एक्सपो में लोगों में अब तक 195 विदेशी खरीदारों और 125 विदेशी खरीददारों के  प्रतिनिधियों से अपनी प्रतिक्रिया दी है। इसमे मुख्य रूप से ऑस्ट्रेलिया, जर्मनी बेल्जियम, ब्राज़ील, बुल्गारिया, कनाडा, इजिप्ट, फ्रांस, जर्मनी, इटली, जापान, कज़ाकिस्तान, स्विट्जर्लैंड, ताइवान, टर्की, यूएसए,  जैसे देश शामिल है।


कालीन मेले के दूसरे दिन सांसद एवं राज्यसभा सदस्य अरुण कुमार सिंह, कैबिनेट मंत्री एमएसएमई, खादी, ग्रामोद्योग, रेशम उत्पादन, कपड़ा मंत्रालय, उत्तर प्रदेश राकेश सचान व मंत्री श्रम एवं सेवायोजन, समन्वय विभाग उत्तर प्रदेश अनिल राजभर ने  कालीन मेले का अवलोकन किया तथा मेले की व्यवस्था और रंग विरंगी कालीनो की की सराहना की। मंत्रीद्वय ने कहा कि इस कालीन मेले से कालीन उद्योग से जुड़े हर तबके के लोगों को लाभ मिलेगा। कालीन मेले के आयोजन से कालीन उद्योग को एक नई दिशा मिलेगी। इस दौरान उन्होंने समस्त आयातकों एवं निर्यातकों को मेले की सफलता पर शुभकामनाएं भी दी। सीईपीसी अध्यक्ष कुलदीप राज वट्टल ने बताया कि मेले में भाग लेने वाले सदस्यों से प्राप्त प्रतिक्रिया के अनुसार भागीदार तथा एक्सपो में आने वाले विदेशी खरीददारों  के साथ उनकी बातचीत के अनुसार खरीदार बहुत खुश थे और अंतरराष्ट्रीय स्तर का ऐसा मंच प्रदान करने के लिए उन्हें धन्यवाद दिया। इस कालीन मेले का उद्देश्य अत्यधिक श्रम प्रधान भारतीय हस्तनिर्मित कालीन उद्योग पर ध्यान केंद्रित करना और ग्रामीण क्षेत्रों से जुड़े लगभग 20 लाख श्रमिकों व कारीगरों विशेषकर महिलाओं को प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार प्रदान करना है।


इंडिया कारपेट एक्सपो एशिया में सबसे बड़े हस्तनिर्मित कालीन मेलों में से एक है, जिसमें खरीदारों के लिए एक छत के नीचे सबसे अच्छे हस्तनिर्मित कालीन, गलीचे और अन्य फर्श कवरिंग के लिए एक अनूठा मंच मिलता है। सीईपीसी अध्यक्ष कुलदीप राज वट्टल तथा प्रशासनिक समिति सदस्य अनिल कुमार सिंह, वासिफ अंसारी, असलम महबूब, इम्तियाज अहमद, रोहित गुप्ता, पियूष बरनवाल, हुसैन जफ़र हुसैनी, संजय गुप्ता, शेख आशिक अहमद, महावीर प्रताप शर्मा, बोधराज मल्होत्रा, मेहराज यासीन, शौकत खान तथा डाक्टर स्मिता नागरकोटी अधिशासी निदेशक एवं  सचिव, सीईपीसी  सहित सभी लोग इस एक्सपो से काफी प्रसन्न थे। अध्यक्ष कुलदीप राज वट्टल ने कहा कि मेले की सफलता उसमे आने वाले विदेशी आयातकों व् उनके प्रतिनिधिओ द्वारा प्रतिभागी निर्यातको के साथ हुए व्यापार पर निर्भर करती है। अब तक प्राप्त जानकारी के अनुसार प्रतिभागी  निर्यातक मेले की दो दिनों के व्यापार से काफी खुश है और सीईपीसी अध्यक्ष ने को उम्मीद की यह मेला एक सफल मेला साबित होगा।

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